500-500 रुपये में बिक रहे हैं मृतकों के स्मार्टकार्ड

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शमसाबाद (फर्रुखाबाद): विकासखण्ड शमसाबाद क्षेत्र के ग्राम कुइयांधीर में स्मार्टकार्ड के नाम पर हजारों रुपये की वसूली कर मृतकों के नाम स्मार्ट कार्ड जारी किये जा रहे हैं। इसी के तहत गुरुवार को कुइयांधीर निवासी दो अनपढ़ महिलाओं से 500-500 रुपये लेकर स्मार्टकार्ड जारी कर दिये गये लेकिन जब उन्होंने उन पर लिखे नामों को कुइयांधीर के जनसेवा केन्द्र पर जाकर पढ़वाया तो वह गांव के ही मर चुकी महिलाओं के नाम निकले। वहीं दूसरी ओर गांव में गैरकानूनी तरीके से एपीएल कार्ड धारकों के भी स्मार्टकार्ड जारी करने की शिकायत बीडीओ से की गयी है।

शमसाबाद क्षेत्र के ग्राम कुइयांधीर निवासी ओमवती पत्नी बलबीर सिंह, धीरजादेवी पत्नी संग्राम सिंह से गांव की ही आशा मुन्नीदेवी ने 500-500 रुपये लेकर गिरजादेवी व रामप्यारी के नाम से स्मार्टकार्ड दे दिये गये। जबकि दोनो महिलाओं की पहले ही मौत हो चुकी है। ओमवती व धीरजादेवी को दिये गये स्मार्ट कार्डों की संख्या 0929 0908 3120 0061 3 पर गिरजादेवी नाम लिखा है तथा दूसरे कार्ड संख्या 0929 0908 3120 0009 1 पर रामप्यारी लिखा है।

केन्द्र सरकार की गरीबों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए निशुल्क इलाज व अन्य सुविधायें दिलाने के उद्देश्य से स्मार्टकार्ड बनाने की योजना भले ही की गयी हो लेकिन अधिकारियों की लापरवाही व कर्मचारियों की भ्रष्टचारी नीति के चलते सारी योजना पर पानी फिरता नजर आ रहा है। गरीबों को मिलने वाले स्मार्ट कार्ड 500 रुपये में सामान्य वर्ग तो छोड़िये पति पत्नी यदि दोनो सरकारी नौकर हों उन्हें भी दिये गये हैं। शमसाबाद के कुइयांधीर में जिस महिला धीरजादेवी पत्नी संग्राम सिंह को 500 रुपये में स्मार्टकार्ड दिया गया वह सेवानिवृत्त शिक्षिका है व उनके पति सरकारी नौकर हैं। इसके बावजूद भी उन्हें आशा कार्यकत्री मुन्नीदेवी द्वारा 500 रुपये में स्मार्टकार्ड मृतक महिला के नाम दे दिया गया। जिससे केन्द्र की गरीबों के लिए चलायी जा रही योजना पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

वहीं ग्राम पंचायत कुइयांधीर के निवासी रामचरन पुत्र उमराव सिंह ने शिकायत की कि उसका अंत्योदय कार्ड होने के बाद भी उसे स्मार्टकार्ड नहीं दिया गया। जिस पर बीडीओ शमसाबाद ने पात्र लाभार्थी का स्मार्टकार्ड बनवाने के निर्देश दिये हैं।