फर्रुखाबाद: भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट ने बुधवार को एक तरफ एसडीएम को बिजली संकट के विरोध में ज्ञापन सौंपा और दोपहर बाद किसान यूनियन के कार्यकर्ता बिजली कार्यालय भोलेपुर पहुंचे। जहां उन्होने कई दिनों से बिजली न आने के कारण फसल सूखने की बात पर आक्रोषित होकर मौके पर मौजूद एसडीओ से खींचातानी व अभद्रता कर दी। कुछ कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में रखे फर्नीचर भी तोड़कर नारेबाजी की। विभाग के अधिकारियों ने बिजली सुधार के लिए 10 घंटे का समय मांगा है।
मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गुरुआ फीडर के सम्बंधित गांव उनासी, दहेलिया, खिरिया, नौली, बरखिरिया, मेरापुर, देवसनी, बकरा नगला, नगला महुआ आदि एक दर्जन गांव बिजली संकट की चपेट में आ गये हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले आठ दिनों से बिजली का आवागमन ठप पड़ा है और अगर आती भी है तो लोकल फाल्ट की बजह से लाइन कट जाती है और वोल्टेज भी इतने नहीं आते कि ट्यूबवेल से पानी निकाला जा सके। जिससे आक्रोषित होकर ग्रामीण किसान यूनियन के नेतृत्व में तकरीबन एक सैकड़ा ग्रामीण आधा दर्जन ट्रैक्टरों में भरकर जिलाधिकारी कार्यालय आ धमके और कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। तत्पश्चात लिखित रूप से जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम भगवानदीन वर्मा को सौंपा। एसडीएम ने इस सम्बंध में बिजली विभाग के एसडीओ को समस्या के निस्तारण हेतु आदेश कर दिये।
इसके बाद किसान यूनियन कार्यकर्ता अधिशासी अभियंता ग्रामीण के कार्यालय जा धमके और वहां जमकर हंगामा काटा। एक सैकड़ा कार्यकर्ताओं के अचानक कार्यालय में घुस आने से एसडीओ एस एन अग्रवाल के हाथ पैर फूल गये। कार्यकर्ताओं ने एसडीओ से कमरे से बाहर निकलकर समस्यायें सुनने की बात कही तो उन्होंने बाहर निकलने से मना कर दिया। जिस पर कार्यकर्ताओं ने एसडीओ के साथ खींचातानी व अभद्रता तक कर दी। वहीं कुछ कार्यकर्ता कार्यालय में रखी कुर्सियों को उठाकर बाहर ले आये और नारेबाजी करते हुए उन्हें जमीन पर पटक पटक कर तोड़ डाला। मामले को बढ़ता देख एस डी ओ एस एन अग्रवाल ने इसकी सूचना अधिशासी अभियंता डी आर सोनी को फोन पर दी। श्री सोनी ने इस सम्बंध में पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर कर्नलगंज चौकी इंचार्ज त्रिभुवन सिंह व कोतवाली से पुलिस फोर्स पहुंच गया। लेकिन कार्यकर्ता पुलिस को देखकर और भी आक्रोषित हो गये और नारेबाजी पुनः तेज कर दी। कार्यकर्ताओं ने एसडीओ को धान के सूखे पौधे भी दिखाये और कहा कि अगर समस्या का निस्तारण नहीं होगा तो हंगामा जारी रहेगा। इसके बाद चौकी इंचार्ज त्रिभुवन सिंह ने अधिशासी अभियंता डी आर सोनी से फोन पर बात की और उनकी बात ग्रामीणों से फोन पर करवायी। अधिशासी अभियंता ने फोन पर ग्रामीणों को 10 घंटे के अंदर समस्या का निस्तारण करने की बात कही। जिसके बाद मामला शांत हो सका।
ट्रांसफार्मर बदलने को मांगी जा रही 10 हजार की घूस
किसान यूनियन कार्यकर्ता अधिशासी अभियंता के कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने एसडीओ के सामने सम्बंधित जेई पर 10 हजार रुपये घूस लेने के बाद ट्रांसफार्मर बदलने का आरोप लगाया। ग्रामीणों के आरोप लगाने के बाद एसडीओ भी बगलें झांकने लगे। ग्रामीणों ने कहा कि सम्बंधित जेई बगैर घूस के कोई काम नहीं करता। जिसको तत्काल हटाया जाये।
इस दौरान आजाद सिंह, राजीव कुमार, देवेन्द्र सिंह, अबधेश यादव, गुड्डू, शिन्टू, शशाक, महेन्द्र, राजबीर आदि ग्रामीण मौजूद रहे।