सिख लाइट इन्फैन्ट्री रेजीमेंटल सेन्टर के 71वें स्थापना दिवस पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

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फर्रुखाबाद: सिखलाइट इन्फैन्ट्री रेजिमेन्टल सेन्टर का 71वां स्थापना दिवस बडत्रे ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ब्रिगेडियर आनंद सिंह रावत, सेना मैडल, कमाण्डेंट सिखलाई रेजीमेन्ट सेन्टर ने युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर कमाण्डेंट ने जीवन सिंह आडिटोरियम में विशेष सैनिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए बताया कि हम सभी को इस गौरवशाली रेजिमेंट का एक हिस्सा होने पर गर्व होना चाहिए । उन्होंने कहा कि हमें कड़ी मेहनत, सच्ची लगन, वफादारी के साथ काम करते हुए रेजीमेंट के नाम में चार चांद लगाना चाहिए।

सैनिक सम्मेलन का समापन बोले सो निहाल सत श्री अकाल, भारत माता की जय एवं जय हिन्द के जयकारे के साथ हुआ। दोपहर बाद रेजीमेंटल सेन्टर में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन ब्रिगेडियर आनंद सिंह रावत, सेना मेडल ने किया। रक्तदान शिविर में राम मनोहर लोहिया अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 राकेश कुमार, जूनियर डाक्टरों की टीम और तकनीकी स्टाफ की देखरेख में आफीसर्स, जेसीओज और जवानों ने काफी बढ़ चढ़ कर स्वेच्दा से रक्तदान शिविर में भाग लेते हुए सेना की बलिदान की परम्पराओं एवं राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखने का उदाहरण प्रस्तुत किया।

रात्रि में रमन स्टेडियम में प्रतिभोज एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। जिसमें भांगड़ा, गत्तका, हास्य विनोद से भरपूर नाटक और राष्ट्रभाव से ओतप्रोत गीत शामिल हैं।

शहीद कौशलेन्द्र सिंह को 9वें बलिदान दिवस पर दी श्रद्धांजलि

लेफ्टिनेंट कमाण्डर कौशलेन्द्र सिंह राठौर को उनके नौमे बलिदान दिवस पर याद किया गया। क्षत्रिय महासभा व पूर्व सैनिक परिषद के लोगों ने शहीद जिला पंचायत तिराहा स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। युद्ध विद्या के वायुयान अभ्यास के दौरान 1 अक्टूबर 2002 को शहीद हुए कौशलेन्द्र सिंह राठौर को भाव भीनी श्रद्धांजलि दी गयी।

16 जुलाई 1968 को जैतपुर मोहम्मदाबाद में जन्मे कौशलेन्द्र सिंह राठौर ने 1 जुलाई 1988 को नौसेना शिक्षण संस्थान गोवा में प्रशिक्षण प्राप्त कर 1989 में नौसेना में भर्ती हुए। लोगों ने कौशलेन्द्र को कर्तव्य परायणता याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर शहीद के पिता रिटायर्ड लेफ्टीनेंट कर्नल इन्द्रपाल सिंह के अलावा बहुत से गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।