डीपीएल टावर कंपनी से चोरी किया गया लाखों रुपये का सामान बरामद

Uncategorized

फर्रुखाबाद: शहर क्षेत्र के घटियाघाट स्थित भगुआ नगला में रामकुमार के मकान में डीपीएल टावर में लगने वाली लाखों रुपये की बैटरियां व अन्य सामान कंपनी के ही लोगों ने बरामद कर लिया। बाद में कंपनी अधिकारियों ने सारा माल लखनऊ के लिए भेज दिया।

भौआ नगला में राजकुमार की जगह में बीते 7 वर्ष से डीपीएल का टावर लगा है। जिसका 10 वर्ष के लिए अनुबंध हुआ था। राजकुमार की ही दुकान में टावर का टैक्नीशियन कैलाश राजभर काफी मात्रा में टावर में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरियां, माडयूल, भरे हुए था। स्थानीय लोगों ने टैक्नीशियन पर बैट्री चोरी से बेचने का आरोप लगाया। किसी तरह मामले की सूचना कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गयी। जिस पर गुरुवार की देर रात कंपनी के सीएम मुकेश कुमार, ओपी मैनेजर सीपी तिवारी के अलावा डीपीएल कंपनी के सिक्योरिटी सर्किल हेड गौरव पाण्डेय मौके पर पहुंचे तो दुकान में ताला लगा हुआ था। रात में ही मामले की सूचना पुलिस को दे दी गयी। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और गोदाम बंद होने पर दो सिपाहियों की ड्यूटी गोदाम के बाहर लगा दी गयी।

शुक्रवार दोपहर बाद कंपनी के सभी अधिकारी पुनः मौके पर पहुंचे और टेक्नीशियन कैलाश राजभर को बुलवाकर गोदाम का शटर खुलवाया गया। जिसमें मौके पर 151 टावर में लगायी जाने वाली बैटरीं, 28 माडयूल, रैक बरामद की गयी। पहले तो कंपनी के अधिकारी मामले को छिपाते नजर आये लेकिन मीडिया का दबाव बनाने पर कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि कैलाश अवैध रूप से कंपनी के बगैर परमीशन से टावरों की सामान की गोदाम यहां बनाये हुए था। जिस पर लखनऊ से आये टीम के डीपीएल अधिकारियों ने सामान की बरामदगी कर ली और यह माना कि गोदाम व सामान अवैध रूप से रखा गया। डीपीएल के ओपी मैनेजर सीपी तिवारी ने कहा कि इस पूरे रैकिट में शामिल सभी लोगों को पकड़ा जायेगा। इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह से बात की जायेगी। फिलहाल बरामद किया गया सामान तकरीबन 10 लाख रुपये का है। जिसे यहां से लोड कराकर लखनऊ चिनहट वेयर हाउस भेजा जा रहा है।

मामले की सूचना पर दोपहर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। इस सम्बंध में कोतवाल विजय बहादुर ंिसह ने बताया कि कंपनी अगर माल को अवैध बतायेगी तो तहरीर मिलने पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जायेगा।

एक वर्ष पूर्व इसी टावर पर हुई थी एक कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
घटियाघाट के भौआ नगला स्थित डीपीएल टावर पर पहले भी कई बार अखबार के पन्ने रंगे जा चुके हैं। 5 जनवरी 2011 को इसी टावर पर गार्ड की नौकरी करने वाला जनपद हरदोई के नत्थूखेड़ा निवासी अजीत कुमार की करेंट लगने से मौत हो गयी थी और मामले को आत्महत्या बताकर रफादफा कर दिया गया था। वहीं अजीत की जगह पर उसके भाई सजीत कुमार को गार्ड की नौकरी दे दी गयी है। लेकिन अजीत कुमार की हत्या के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया। तत्कालीन सीओ सिटी ने भी मामले को संदिग्ध माना था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई थी।

वहीं आज मौका देखकर सजीत कुमार को अपने भाई अजीत की मौत को ध्यान में रखते हुए गुस्सा आ गया और वह कंपनी अधिकारियों पर टूट पड़ा। जैसे तैसे पुलिस ने मामले को शांत किया।