आतंकवाद व नक्सलवाद का हल केवल कला

FARRUKHABAD NEWS धार्मिक सामाजिक

फर्रुखाबाद: पं0 दीन दयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष के अन्तर्गत संस्कार भारती उत्तर प्रदेश के द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से लोक उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे लोक गीत, लोक नृत्य, आल्हा गायन आदि लोक संस्कृत की झलकी नजर आयी|

नव भारत सभा भवन ठंडी सड़क में आयोजित कार्यक्रम का मुख्य अतिथि सांसद मुकेश राजपूत, विशिष्ट अतिथि मिथिलेश अग्रवाल, डा०रजनी सरीन व कार्यक्रम अध्यक्ष संस्कार भारती पूर्वी उ0प्र0 के संगठन मंत्री गिरीश जी ने मां सरस्वती व पं० दीन दयाल उपाध्याय के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व पुष्पार्चन किया। डा0 विधा प्रकाश दीक्षित जी के निर्देशन में संस्कार भारती गीत साधयति संस्कार भारती, भारते नव जीवनं राज किशोर ने प्रस्तुत किया जिसमें हारमोनियम पर आकर्ष शुक्ला ने, तबला पर अनुभव मिश्रा ने, सितार पर विद्या प्रकाश व वांसुरी पर रूद्राक्ष पाठक ने अपनी स्वर लहरियां विखेरकर माहौल संगीत मय कर दिया| वीर रस की इस आल्हा प्रस्तुति ने सभी को उत्साह से भर दिया।

सहित्यकार रामशंकर अवस्थी ‘अवोध’ जी की पुस्तक ‘‘ वेदना के स्वर’’ का विमोचन अतिथियों ने अपने कर कमलो से किया।पूजा मिश्रा के निर्देशन में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए ‘‘बेटी बचाओ’’ नाटक के मंचन द्वारा बेटी बचाने का सन्देश देकर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया।संस्कार भारती के जिला संयोजक अरविन्द दीक्षित व सचिव पंकज पाण्डेय के निर्देशन कृष्णा सुदामा मित्रता नाटक के मंचन के माध्यम से ‘‘एकात्म मानव वाद’’, अंत्योदय व मानव धर्म सर्वोपरि, दरिद्र नारायण, नर सेवा नारायण सेवा से का सन्देश दिया गया। प्रान्तीय उपाध्यक्ष अतुल कपूर के निर्देशन में छात्राओं ने सुन्दर रंगोली बनायी| सांसद मुकेश राजपूत के कहा कि संसकार भारती देश में कलाओं के माध्यम से संस्कार देने का कार्य कर रही है। उन्होने उपस्थित जन समूह से पं0 दीन दयाल उपाध्याय के पद चिन्हो पर चलते हुए मानव सेवा को ही सबसे बडा धर्म बताया।

कार्यक्रम अध्यक्ष संस्कार भारती पूर्वी उ0प्र0 के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गिरीश चन्द्र ने कार्यक्रम का सम्बोधित करते हुए कहा कि सस्कार भारती कलाओं के माध्यम से समाज के विकास का कार्य निरन्तर कर रही है। संस्कार भारती भारतीय कलाओं एवं संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन का कार्य कर रही है। आतंकवाद, नक्सलवाद का हल कला है कला व संस्कृति विहीन समाज में ऐसी स्थितियां उत्पन्न होती है। संस्कार भारती कलाओं के माध्यम से समाज को संस्कारित करने कार्य कर रही है|

संस्था अध्यक्ष डा0 रविन्द्र्र यादव,संजय गर्ग,प्रान्त महामंत्री सुरेन्द्र पाण्डेय, कोषाध्यक्ष आदेश अवस्थी, अनुभव सारास्वत, रविन्द्र भदौरिया, प्रमोद अग्रवाल, डा0 समरेन्द्र शुक्ल ‘कवि’, अखिलेश पाण्डेय, अनुराग पाण्डेय, दीपक रंजन सक्सेना, राघव दत्त मिश्रा, अभय सक्सेना सहित सैकडो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन संस्था की सहसचिव व कार्यक्रम की संयोजक आकांक्षा सक्सेना ने किया।