कमालगंज (फर्रुखाबाद): विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम शेखपुर में एक गरीब के कच्चे मकान की छत गिरने से उसकी 12 वर्षीय पुत्री मलवे में दब गयी। पड़ोसियों ने जैसे तैसे किशोरी को मलवे से निकालकर जान बचायी।
गरीबी उन्मूलन के लिए सरकार द्वारा न जाने कितनी योजनायें चल रहीं हैं लेकिन इन योजनाओं का सही पात्रों का लाभ गरीब व्यक्तियों को न मिल पाने के कारण भारत में गरीबों का तो नहीं लेकिन अमीर उन्मूलन जरूर हुआ है। ऐसे ही ग्राम शेखपुर में सरकार की योजनाओं से महरूम उमेश शर्मा पुत्र होरीलाल शर्मा हैं। जिसका शेखपुर में अकेला मात्र कच्चा मकान बना है। उसे आज दिन तक न ही सरकार की ओर से चलायी जा रही योजनाओं के अन्तर्गत इंदिरा आवास का लाभ मिला और न ही अन्य योजनायें जिससे उसे अपने व अपने परिवार के अन्य लोगों की जिंदगी को दांव पर लगाकर बरसात के दिनों में जर्जर कच्चे मकान में जिंदगी गुजारनी पड़ रही थी।
मंगलवार को लगभग 8 बजे उमेश शर्मा लाल शर्मा की पुत्री सोनी उम्र 12 वर्ष अंदर कमरे में सामान लेने गयी थी। उसी समय कच्ची छत की धन्नी टूटकर भरभराकर उसके ऊपर गिर गयी। जिससे सोनी उसी मलवे में दब गयी। पड़ोसी लोगों ने आकर मलवे से बाहर निकाला और प्राइवेट नर्सिंगहोम में भर्ती कराया।
वहीं उमेश शर्मा का कहना है कि वह गरीब व्यक्ति है यदि प्रशासन की तरफ से सहायता मिल जाये या इंदिरा आवास योजना के अन्तर्गत उसे सहायता मिल जाये तो वह अपने परिवार के रहने के लिए आवास बना ले। जो भी अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उसके दर्द को सुनने के लिए नहीं पहुंचा।