बीएसए के निरीक्षण में शैक्षिक गुणवत्ता खराब मिलने पर शिक्षामित्र व अध्यापकों का वेतन रोका

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फर्रुखाबाद: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत प्रसाद पटेल ने विकासखण्ड बढ़पुर विकासखण्ड के ग्राम वाहिदपुर के प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में बच्चों द्वारा पर्यायवाची व विलोम शब्द नहीं बता पाने से शिक्षा मित्र व सहायक अध्यापक का वेतन रोकने के निर्देश दिये। वहीं नव निर्मित विद्यालय भवन जर्जर अवस्था में होने पर उसकी जांच कराने व भवन प्रभारी से वसूली किये जाने के निर्देश दिये।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत प्रसाद पटेल ने सोमवार को वादिपुर प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्यालय का नव निर्मित भवन गुणवत्ता खराब होने से जर्जर हो चुका है। उन्होंने विद्यालय अध्यापकों को निर्देश दिये कि इस कक्ष में कक्षायें न संचालित की जायें। वही जिला समन्वयक निर्माण, परियोजना कार्यालय को निर्देशित किया कि वे उक्त एसीआर को पुनः निर्मित कराने हेतु जेई से जांच करायें व कितनी धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी। जिससे भवन प्रभारी विनय प्रताप से धनराशि के वसूली कर नव निर्माण कार्य कराये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

बीएसए द्वारा विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता का परीक्षण करने पर कक्षा 3 व 4 के बच्चे विनीता से अनुलोम व विलोम, पर्यायवाची शब्द ज्ञान होने की जानकारी की गयी छात्रा द्वारा नहीं बता पाये। कुछ बच्चों से बोर्ड पर नाम लिखवाया गया जोकि नहीं लिख सके। विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता खराब पाये जाने के आरोप में कार्यरत शिक्षा मित्र ऊषा, सीमा राठौर व सहायक अध्यापक शारदा चौहान, सुनीता देवी का मानदेय व वेतन तब तक के लिए रोक दिया जब तक विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर ठीक नहीं हो जाता।

उन्होंने विद्यालय की प्रधानाध्यापक का चिकित्सीय अवकाश प्रार्थनापत्र का अवलोकन किया जो 15 दिवस से अधिक व निश्चित समय का दिया है जोकि नियमों की परिधि में मान्य नहीं है साथ ही निर्देशित किया कि तत्काल विद्यालय में योगदान सुनिश्चित करें क्योंकि सक्षम चिकित्साधिकारी के स्तर से परामर्श पत्र संलग्न नहीं है।