फर्रुखबाद: विगत लगभग दो दशकों से मुस्लिम मतों के बूते शहर की राजनीति पर सिक्का जमाये विधायक विजय सिंह को इस बार भी नगर पालिका चुनाव में भी अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ रहीं अपनी पत्नी दमयंती सिंह की जीत का पूर्ण विश्वास है। उनका मानना है कि विगत विधान सभा चुनाव में जब लुइस खुर्शीद व उमर खां जैसे दो-दो प्रत्याशी उनके विरुद्ध मैदान में थे, तब उनका मुस्लिम वोट नहीं कटा तो इस बार कैसे कट सकता है। उन्होंने कहा कि लगभग 24 हजार मुस्लिम वोट उनको मिलने की आशा है। इसके अतिरिक्त ब्राह्मणों के इस बार उनके विरुद्ध उग्र न होने व उनके पक्ष में मतदान तक करने से भी उनको अपनी जीत का भरोसा है।
विदित है कि विधायक विजय सिंह विगत लगभग दो दशकों से नगर की राजनीति में न केवल सक्रिय रहे हैं, सफल भी रहे हैं। इस दौरान वह तीन बार विधायक चुने गये व दो बार अपनी पत्नी दमयंती सिंह नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचाया। मुख्य रूप से मुस्लिम मतों के बेस वोट के आधार पर राजनीति करने वाले विजय सिंह से यद्यपि अब उनका यह वोट बैंक खिसकने लगा है, परंतु उनको आज भी अधिकांश मुस्लिम मत दमयंती के ही पक्ष में पड़े होने की उम्मीद है। अपनी बात की पुष्टि के लिये विजय सिंह विगत विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हैं। वह अपने खास अंदाज में पूरे विश्वास के साथ कहते हैं कि जब पिछले चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की लुइस खुर्शीद व प्रदेश में सत्तारू़ दल बसपा के उमर खां जैसे दो-दो मुस्लिम प्रत्याशी उनके सामने चुनाव मैदान में मौजूद थे, तब उनका वोट बैंक नहीं खिसका तो अब कैसे कही जा सकता है। वह मानते हैं कि अहमद अंसारी का थोड़ा बहुत सजातीय वोट अवश्य उनको नहीं मिला। शेष मुस्लिम मतों में अधिकांश उनके पक्ष में रहा।
दूसरा सबसे बड़ा आसरा उनको इस चुनाव में ब्राह्मण मतदाता के रवैये से है। वह बताते हैं कि विगत चुनावों के विपरीत इस बार ब्राह्मण मतदाता इस बार उनके विरुद्ध उग्र नहीं रहा, उल्टे उनके पक्ष में मतदान भी किया।