Saturday, January 11, 2025
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8 फरार बंदियों का दूसरे दिन भी सुराग नहीं, अब चौकन्नी हुई पुलिस

फर्रुखाबाद: बीते दिन न्यायालय परिसर में बनी हवालात से जिला जेल के 8 कैदियों के भागने के बाद से पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया है। बीते दिन से ही कैदियों द्वारा काटे गये नकब की रखवाली के लिए पीछे झाड़ियों में पुलिस तैनात कर दी गयी है। मुलाकात एवं खाद्य सामग्री पर रोक लगाने से नाराज बंदियों ने सेशन हवालात के बाहर मंगलवार को जमकर हंगामा किया। बंदियों व उनके परिजनों की पुलिस कर्मियों से तीखी झड़पें हुई। हालांकि इसके बावजूद मुलाकात करने आये लोगों को हवालात के पास फटकने तक नहीं दिया गया।।

जनपद में कैदियों के भाग जाने का इतिहास पुराना है। कहीं किशोर जेल के जंगले की सरिया काटकर किशोरों का भाग जाना, कहीं लोहिया अस्पताल में उपचार के दौरान कैदियों का भागना तो चलता ही रहता था। लेकिन इस बार कैदियों ने न्यायालय की हवालात की ही दीवार में नकब लगाकर भागकर पुलिस को खुली चुनौती दे दी।8 शातिर कैदियों के भागने के बाद अब पुलिस ने हवालात के पीछे झाड़ियों तक में पुलिस का पैरा लगा दिया है। वहीं प्रशासन द्वारा नकब लगायी गयी दीवार में पुख्ता सीमेंट लगाकर बंद कर दिया गया।

पुलिस प्रशासन की कैदियों के प्रति सख्ती व चौकन्नापन कुछ दिनों तक ही है। कुछ ही दिनों बाद पुलिस दोबारा इतनी लापरवाह हो जायेगी कि दोबारा कोई कैदी भागने में कामयाब हो जायेगा। इससे इंकार नहीं किया जा सकता।

सोमवार को न्यायालय पेशी के लिए जिला जेल से लाये गये। लूट, हत्या, अपहरण, गैंगस्टर, पुलिस मुठभेड़ जैसे संगीन अपराधों में बंद कायमगंज के गांव शिवरई बरियार निवासी रामू, आशीष दिवाकर निवासी मोहल्ला कछियाना फर्रुखाबाद, बबलू कटियार निवासी सातनपुर पट्टी फर्रुखाबाद, नन्हें उर्फ झिंगुरी निवासी गांव कंझयाना थाना जहानगंज, सर्वेश निवासी नगला झब्बू सिंह थाना नवाबगंज, परशुराम उर्फ बबलू पंजाबी निवासी दानमंडी थाना जहानगंज, प्रवेश जाटव निवासी गांव जैतपुर थाना जहानगंज, राकेश उर्फ नन्हकू उर्फ प्रवेश लोधी छावनी नौगवां कोतवाली फतेहगढ़ सेशन हवालात के शौचालय में नकब लगाकर फरार हो गये थे।

फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक एन.चौधरी ने एसओजी, एसओ मऊदरवाजा व शमसाबाद, फतेहगढ़ कोतवाल को जिम्मा सौंपा था। सभी टीमें रात भर कमालगंज, कायमगंज, राजेपुर व कन्नौज में छापेमारी के बाद बैरंग वापस आ गयीं। कार्रवाई के नाम पर फरार अपराधियों के रिश्तेदारों को पकड़ा और पूछतांछ में सफलता हाथ न लगने पर सभी को छोड़ दिया।

फतेहगढ़ कोतवाली में दर्ज मुकदमे के विवेचक वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र ने बताया कि अब तक फरार अभियुक्तों में आशीष व बबलू को छोड़कर किसी का फोटो भी नहीं तलाशा जा सका है। पुलिस रिकार्ड में सर्वाधिक कुख्यात परशुराम उर्फ बबलू पंजाबी व सर्वेश का फोटो नहीं है। जेल रिकार्ड में परशुराम उर्फ बबलू पंजाबी से विगत पांच माह में किसी भी व्यक्ति ने जेल में मुलाकात नहीं की, जबकि सर्वेश से दिसंबर 2011 में उसकी पत्नी गीता, पुत्र एमपी ने मुलाकात की थी। इसके बाद उससे कोई जेल में मुलाकात करने नहीं पहुंचा।

राकेश उर्फ प्रवेश लोधी से पांच जनवरी, 25 मार्च, 30 अप्रैल को उनके भाई अमीर चंद्र, भतीजे अभिषेक, भतीजी शिवा ने मुलाकात की थी। आशीष से फरवरी को उसके भाई नन्हें व लल्ला ने मुलाकात की, जबकि बबलू से जनवरी 2012 को उसकी बहन राधा व पिंटू भतीजा, भाई अमर सिंह ने जेल में मुलाकात की थी। अभियुक्त रामू से 6 मई को उसकी पत्नी सोनी, बहन सुनीता तथा साली रेनू ने मुलाकात की थी

सेशन हवालात की दीवार काटकर 8 बंदियों के फरार होने की घटना से पुलिस ने मंगलवार को कड़ाई कर दी। हवालात की कटी दीवार बंद करा दी गयी। पुलिस का जवान सुरक्षा में पीछे तैनात था। पीएसी भी लगी थी। पुलिस ने पेशी पर लाये गये बंदियों के परिजन व रिश्तेदारों के मिलने पर रोक लगा दी। खाना, बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला आदि सामान लेकर आये परिजन बंदियों को देना चाहते थे, लेकिन ड्यूटी पर लगे दरोगा व सिपाहियों ने मना कर दिया। इसी पर विवाद हो गया।

एक बंदी से मिलने मैनपुरी से आये साधु की तल्ख टिप्पणी से नाराज पीएसी जवान उखड़ गया व साधु को जमकर फटकार लगायी। हत्या के मुकदमे में जेल में बंद फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्वालटोली निवासी सोनू को कोर्ट में पेश कर पुन: हवालात ले जाया जा रहा था। वह हवालात के सामने खड़े होकर दूर बैठे परिवार के लोगों से बात करने लगा। इस पर सिपाही ने हाथ में बंधी रस्सी खींच दी। बंदी सोनू बिफर गया उसने पुलिस कर्मियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। इसी पर हवालात में बंद अन्य बंदी हंगामा करने लगे।

कुख्यात इनामी बदमाश रहे कलुआ गैंग के सदस्य कृपाल उर्फ फक्कड़, जनपद इटावा के भरथना निवासी लालू, कंपिल के ओमवीर आदि बंदियों ने आरोप लगाया कि हवालात में पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। मांगने पर पीने को गंदा पानी दिया गया।

 

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