फर्रुखाबाद: केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ में आजीवन सजा काट रहे 52 वर्षीय कैदी द्वारिका प्रसाद पुत्र तोताराम लम्बी बीमारी से पीड़ित था। जिसको आज लोहिया अस्पताल लाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
केन्द्रीय कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला ने बताया कि कैदी द्वारिका प्रसाद 15 वर्षों से जेल में बंद था। 14 सितम्बर 2010 से मानसिक व टीबी इत्यादि की बीमारी से ग्रसित था। जिसका इलाज सेन्ट्रल जेल में ही चल रहा था। जिसको तीन बार मानसिक चिकित्सालय व एक बार टीबी हास्पिटल सुल्तानपुर व उर्सला अस्पताल में भी भेजा जा चुका था। लेकिन उसकी स्थिति में कोई विशेष सुधार नहीं हुआ। श्री शुक्ला ने बताया कि मृतक कैदी द्वारिका प्रसाद एटा जिले के नगला अतौड़ी का निवासी था। जो हत्या के मामले में आजीवन सजा काट रहा था।
आज सुबह बंदी रक्षक रामकिशोर व ओमप्रकाश कैदी संख्या 23215 द्वारिका प्रसाद को लोहिया अस्पताल लेकर आये जहां डा0 बी बी पुष्कर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डा0 पुष्कर ने बताया कि बंदी की मौत रास्ते में ही हो गयी थी। उसे मृत अवस्था में ही यहां लाया गया था। फिलहाल कैदी के पोस्टमार्टम की तैयारी की जा रही है।