इण्डियन आइडल सीजन 5 में फर्रुखाबादी काजल ने दिखाया हुनर

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फर्रुखाबाद: कहते हैं कुदरत हर किसी पर मेहरवान नहीं होती। लेकिन कुछ विशेष लोगों को ही अपने नयाब तोहफों से नवाजता है। ऐसी ही कुदरत की मेहरवानी अपर दुर्गा कालोनी निवासी काजल जौहरी पर हुई। 2001 में संगीत प्रभाकर का डिप्लोमा करने के बाद काजल संगीत की दुनियां में आ गयी और फर्रुखाबाद के एक म्युजिकल ग्रुप में सदस्यता लेकर अपने गले के हुनर से लोगों को मंत्रमुग्ध करना शुरू कर दिया।

काजल ने तकरीबन सात वर्ष तक म्युजिकल ग्रुप में काम करने के बाद अचानक सोनी टीवी पर चल रहे इण्डियन आइडल सीजन फाइव की तरफ अपने कदम बढ़ा दिये। कहते हैं – कौन कहता है आसमान में छेद नहीं होता, जरा एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो। इसी हौसले के साथ काजल ने इण्डियन आइडल के सीजन फाइव के सेकेण्ड राउण्ड में पहुंचकर साबित कर दिया कि अगर आदमी के हौसले बुलंद हों तो वह कुछ भी कर सकता है।

काजल का सोनी टीवी के इस प्रोग्राम में सेकेण्ड राउंड में पहुंचना फर्रुखाबाद के लिए ही नहीं वल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है। काजल के घर में इस समय खुशियों का माहौल बना है।

मूल रूप से कासगंज निवासी विनोद कुमार जौहरी की पुत्री काजल दिल्ली में आयोजित किये जा रहे इण्डियन आइडल में बीते दो दिनों से अपने जलवे बिखेर रहीं है। पहले राउंड में क्वालीफाई करने के बाद दूसरे राउंड में भी काजल परफार्म कर चुकीं हैं। जिसमें इन्होंने लगजा गले कि फिर ये हंसी रात हो न हो गीत पर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इसके बाद फाइनल राउंड की तैयारी में काजल लगी हैं।