फर्रुखाबाद: दो बार प्रधान और एक बार ब्लाक प्रमुख बनने के बाबजूद गाँव में विकास बेहाल रहा| अब बहुजन समाज पार्टी से अमृतपुर विधानसभा से चुनाव लड़कर विधायक बनने की तमन्ना है| गाँव की संसद के सफ़र से विधानसभा के सफ़र में उनकी अपनी गाँव की जनता क्या सोचती है इस बारे में पेश है जेएनआई की एक पेशकश-
नगर से सटे बढ़पुर ब्लाक के गाँव टिकुरियन नगला के भैयालाल राजपूत के परिवार में राजनीति अब दूसरी पीड़ी की और जा रही है| भैयालाल राजपूत की पत्नी कोकिला देवी दो बार इसी ग्राम सभा की प्रधान चुनी गयी इसके बाद ब्लाक प्रमुख भी रही| अब उनके बेटे महावीर राजपूत को बसपा ने मात्र राजपूत जाति के होने की वजह से अमृत पुर विधानसभा में प्रत्याशी बनाया है| महावीर राजपूत की माँ पिछले 15 साल से जनता की चुनी हुई प्रतिनिधि रही मगर गाँव में कोई खास विकास नहीं हुआ| गाँव की गलियां और नाली गंदगी से पति पड़ी है| जरुरतमंदो को बीपीएल का राशन कार्ड नहीं मिला| गाँव में तीन दर्जन से ज्यादा अपात्रो के पास बीपीएल कार्ड है| कोटेदार पूरा राशन और वो भी उचित मूल्य पर नहीं देता| गाँव के स्कूल में मीनू के आधार पर बच्चो को मिलने वाला दोपहर का खाना नहीं मिला| विभिन्न सरकारी योजनाओ का लाभ बिना प्रधान और सचिव को घूस दिए नहीं मिला|
ग्रामीणों का कहना है की विकास तो असल भैयालाल के परिवार का हुआ है| नाली और नाले के काम में घटिया सेम लगाकर प्रधान और ब्लाक प्रमुख रहते भ्रष्टाचार हुआ और नाला टूटा पड़ा है| गाँव का सफाई कर्मी सफाई नहीं करता| भैयालाल भत्ता चलाते है उन पर ग्रामीणों के आरोप ये भी है कि गरीबो की जमीन भी शराब पिलाकर इन्होने अपने नाम करायी है|
ग्राम प्रधान अरविन्द आरोप लगाते है कि सब गड़बड़ झाला कोकिला देवी के कार्यकाल में हुआ वे काफी सुधार चुके है| गाँव की खस्ताहाल के बारे में वे बसपा प्रत्याशी महावीर राजपूत की माँ के कार्यकाल को दोषी मानते है|
गाँव की सबसे बुजुर्ग महिला विद्यावती नाम के अनुरूप पड़ी लिखी तो नहीं है मगर बोलती है तो चतुराई साफ़ झलकती है| विद्यावती कहती है कि विकास क्या ख़ाक हुआ उसे कुछ मिलता तो पता लगता| जबसे वो इस गाँव में बहु बन कर आई 7 प्रधान देखें है| एक एक कर सातों नाम गिना गयी| विकास के इतने खस्ताहाल होने के बाबजूद वोट किसे देती रही चतुराई से बोल गयी…वो क्या जो जीतो समझो उसई को वोट दौ|
vidyawati