फर्रुखाबादः ग्रामीण क्षेत्र में स्थित बैंक शाखायें बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। जिसके चलते चोरों की काली नजरें इन पर लगी हुई हैं। अभी बीते कुछ दिनों पूर्व शुकरुल्लापुर में दिन दहाड़े लूट व राजेपुर में बीती रात चोरों द्वारा असफल तोड़ने का प्रयास यह साफ दर्शाता है कि ग्रामीण बैंकें अब चोरों के दायरे में आ चुकी हैं। इसके बाद भी बैंक के आला अधिकारी न ही इनमें किसी गार्ड की तैनाती कर रहे हैं ज्यादातर बैंकों के क्लोज सर्किट कैमरे ही खराब पड़े हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही जरूरी हैं।
बीती रात चोरों ने आर्यावर्त ग्रामीण बैंक राजेपुर के ग्राम सलेमपुर में रात में न्यू ईयर मनाने के चक्कर में जंगला तोड़कर चोर घुस गये। काफी देर तिजोरी को खोलने का प्रयास करते रहे लेकिन अज्ञात चोर तिजोरी खोलने में नाकामयाब रहे।
पूरी रात तिजोरी को तोड़ने का प्रयास किया लेकिन तिजोरी नहीं खुली तब तक सुबह हो गया। सुबह होती देख अज्ञात चोर चोरी जस की तस छोड़कर फरार हो गये। बैंक प्रबंधक संजय जैन ने बताया कि सुबह जब बैंक खुली तब मुझे जंगला टूटा मिला। जिसकी सूचना राजेपुर थाना पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष बाई पी शर्मा ने बैंक का निरीक्षण किया।
पुलिस के अनुसार बैंक काफी पुराने भवन में खोली गयी है। जिसके आस पास खुले खेत हैं। जिस खिड़की को तोड़कर चोर अंदर दाखिल हुए वह बैंक के पीछे के हिस्से में लगी थी और बैंक के पीछे वाले हिस्से में सरसों का खेत है। पुलिस द्वारा बैंक कर्मचारियों को कई बार शाखा दूसरी जगह स्थानांतरित करने का नोटिस जारी किया जा चुका है। लेकिन बैंक कर्मचारी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं।
6 माह पूर्व भी किया था चोरी का प्रयास
तकरीबन 6 माह पूर्व भी इसी बैंक में चोर चोरी करने का असफल प्रयास कर चुके हैं। इसके बावजूद भी बैंक कर्मचारियों ने इस बात को गंभीरता से न लेते हुए पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं। जिसके चलते बीती रात बैंक एक बार फिर लूट का शिकार होने से बाल-बाल बच गयी। बैंक कर्मचारियों की लापरवाही एक दिन किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है। इस बात से कोई शक नहीं कि जनपद में इस वर्ष चोरी की घटनायें सबसे ज्यादा हुई हैं। इसके बावजूद भी बैंककर्मी सबक लेने को तैयार नहीं है।