बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में पिछले दिनों हरैया तहसील कार्यालय भवन में कई सांप छोड़कर सनसनी फैलाने वाले सपेरे तथा उसके एक साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गयी है। उप जिलाधिकारी रणविजय सिंह ने आज यहां बताया कि नायब नाजिर रामचन्द्र लाल की तहरीर पर हरैया थाने में सपेरे हक्कुल तथा उसके साथी रामचेत के खिलाफ सरकारी कार्य में व्यवधान पैदा करने और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत कल मामला दर्ज किया गया।
दोनों की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हक्कुल ने सांपों के संरक्षण के लिये पट्टे पर जमीन लेने के सिलसिले में उनसे या तहसील के किसी अन्य कर्मचारी से मुलाकात नहीं की। अपना काम नहीं होने के कारण नाराजगी के चलते उसके द्वारा तहसील कार्यालय परिसर में सांप छोड़ना आपराधिक कृत्य है।
गौरतलब है कि दुबौलिया क्षेत्र के पिपरौला गांव के निवासी हक्कुल नामक सपेरे ने सांपों के संरक्षण के लिये जमीन पट्टे पर देने की अर्जी पर कथित रूप से कोई सुनवाई नहीं होने से नाराज होकर गत शनिवार को तहसील कार्यालय भवन में करीब एक दर्जन सांप छोड़ दिये थे।
इस मामले पर सपेरे हक्कुल का कहना था कि वह सांपों का संरक्षण कार्य भी करता है और इसी काम के लिये उसे पट्टे पर जमीन दिलाने के लिये उसने राष्ट्रपति को पत्र लिखा था। और उनके लिए जमीन का पट्टा देने का आदेश भी हो गया लेकिन जिला स्तर पर पट्टा के लिए उससे घूस मांगा जा रहा था। इस कारण से नाराज होकर उसने कार्यलय में ढ़ेर सारे सांप छोड दिये।
भवन में रेंगते सांपों को देखकर वहां मौजूद अधिकारियों, कर्मचारियों तथा आम लोगों के भयभीत होकर इधर-उधर भागने से वहां अजीब नजारा पैदा हो गया था। बाद में उन सांपों को बड़ी मशक्कत से वहां से हटाया गया था। बकौल हक्कुल, सरकार ने पिछले साल जिला प्रशासन को उसे पट्टे पर जमीन देने के आदेश जारी किये थे।
लेकिन रिश्वत नहीं मिलने के कारण लेखपाल तथा कुछ अन्य लोग तहसील कार्यालय में भूमि आबंटन की अर्जी को दबाए बैठा था। इसी बात से नाराज होकर उसने तहसील भवन में सांप छोड़े थे।