फर्रुखाबाद: कोतवाली फतेहगढ़ के लोको रोड स्थित सोनी पारिया स्कूल के पीछे खेत में सेना का बम मिलने से हडकम्प मच गया| यह बम आया कहा से यह बात अभी भी संदिग्ध है|
शहर के लोको रोड स्थित सोनी पारिया स्कूल के पीछे सेना का बम पाया गया| जिसकी जानकारी होने पर वहां पर सैकड़ों की तादात में देखने वालों की भीड़ लग गयी| लेकिन यह बम कौन लाया व किसने डाला इसके जवाब किसी के पास नहीं था| इस भयानक मारक क्षमता वाले बम के साथ वहीं कुछ दूरी पर बम जैसी कुछ अन्य चीजें भी मिलीं| जिनको पुलिस पहचान न सकी|
प्रश्न इस बात का उठता है कि भारतीय सेना का भयानक मारक क्षमता वाला बम सार्वजनिक जगह से कैसे उपलब्ध हुआ| इस बात ने सेना व पुलिस दोनों पर सवालिया निशान लगा दिया| बम को बारीकी से देखने पर उसमे लगी लोहे की रिंग पर NO 36M. MK1, OK 1972 लिखा था| जिससे इस बात का खुलासा हुआ कि यह मौत का सामान १९७२ में बनाया गया था व इसका निर्माण भारत में ही हुआ|
सार्वजनिक जगह पर बम पड़े होने की खबर से पुलिस प्रशासन के हाँथ-पैर फूल गए| मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने बम अपने कब्जे में ले लिया| पुलिस अधीक्षक ओपी सागर के अनुसार इस बम की मारक क्षमता लगभग ५० गज है अगर यह फटता तो ५० गज की दूरी तक हर चीज नष्ट कर देता| उन्होंने बताया कि वह क्षेत्र जहां बम मिला सेना का एरिया है| किसी रंगरूट की पिट्ठू से निकल कर गिर सकता है| कारण चाहे जो भी रहा हो लेकिन अगर यह हैण्ड ग्रेनेट अपना मुंह खोलता तो शायद सैकड़ों लोगों को अपनी जान से हाँथ धोना पड़ता| सही समय पर जानकारी हो जाने पर एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया|