फर्रुखाबाद : गैर पंजीकृत व्यापारियों से ख्ररीद में कर चोरी की आशंका को देखते हुए प्रदेश सरकर ने व्यवस्था की है कि सरकारी विभागों व संस्थाओं में खरीद-फरोख्त में अब केवल व्यापार कर विभाग से पंजीकृत व्यापारी ही भाग ले सकें।
अगले वर्ष विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फिलहाल किसी तरह के टैक्स में इजाफा करने के बजाया सरकार दूसरे रास्तों से टैक्स वसूली बढ़ाने के लिये प्रयासरत है। ऐसे में सरकार वाणिज्य कर चोरी पर अंकुश लगाने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा राजस्व जुटाने के रास्ते तलाश रही है। विदित है कि वाणिज्य कर विभाग पंजीकृत व्यापारियों को टिन नंबर (टैक्सपेयर्स आइडेटीफिकेशन नंबर) देता है। अभी लगभग 6.07 लाख व्यापारी ही पंजीकृत हैं जबकि सूबे में कारोबार करने वालों की संख्या करोड़ों में है। चूंकि अभी सरकारी खरीद-फरोख्त के टेंडर-कोटेशन में टिन नंबर की नियमानुसार अनिवार्यता नहीं है इसलिए कोई भी व्यापारी इसमें भाग ले सकता है। ऐसे में वाणिज्य कर चोरी की आशंका रहती ही है। वाणिज्य कर विभाग, वित्त विभाग के माध्यम से अब ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है कि सरकारी विभागों की खरीद-फरोख्त सिर्फ उन्हीं व्यापारियों से हो सके जिनके पास टिन नंबरहो। सरकार का मानना है कि एक बार उक्त व्यवस्था लागू हो जाने पर कर चोरी की आशंका नहीं रहेगी।