डेस्क:पवित्र चैत्र मास की पूर्णिमा 12 अप्रैल यानी कल शनिवार को हस्त नक्षत्र व जयद योग में मनेगी। इसी दिन श्रद्धालु हनुमान जयंती का पर्व मनाएंगे। इस दिन सनातन धर्मावलंबी गंगा स्नान कर व्रत उपवास, पूजा पाठ, दान-पुण्य आदि धर्मकृत्य कार्य करेंगे।धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन पवित्र नदी, तीर्थ में स्नान तथा दान-पुण्य करने से समस्त दुखों से छुटकारा मिलता है। इस दिन भगवान जनार्दन की पूजा से श्रद्धालुओं को सुख, धन और वैभव की प्राप्ति होती है।हनुमानजी के जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं ने उनके जैसा बल, बुद्धि, ज्ञान, कौशल का समावेश अपने व्यक्तित्व में समाहित करने के लिए प्रार्थना करेंगे।चैत्र पूर्णिमा एवं हनुमान जयंती होने से 12 अप्रैल शनिवार को श्रद्धालु अपने घर एवं मंदिरों में हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड आदि का पाठ करेंगे। भगवान विष्णु के उपासक सत्यनारायण की कथा-पूजा करेंगे।
आचार्य श्री सर्वेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पूर्णिमा तिथि कल पूरे दिन रहेगी|प्रातः शुभ योग मुहूर्त 07:06 से 08:41 बजे तक रहेगा| इसके उपरान्त अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:25 बजे से 12:16 बजे तक रहेगा| चर-लाभ-अमृत मुहूर्त दोपहर 11:50 बजे से शाम 04:35 बजे तक रहेगा|
हस्त नक्षत्र व जयद योग में कल मनेगी चैत्र पूर्णिमा व हनुमान जयंती
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