राज्य की सीमा में प्रवेश करते ही मुजफ्फर नगर से बैरंग लौटाया
फर्रुखाबाद: दिल्ली सरकार के बाद अब उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार ने भी बाबा रामदेव को प्रदेश की सीमा में अनशन करने की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। बाबा ने प्रदेश सरकार से नोएडा में अनशन करने की अनुमति चाही थी। सरकार ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए नोएडा क्या राज्य के किसी भी जिले में अनशन करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। रविवार को बाबा रामदेव ने जैसे ही उत्तराखण्ड से उत्तर प्रदेश की सीमा में मुजफ्फर नगर जिले में प्रवेश किया, उन्हें रोक लिया गया और बैरंग वापस कर दिया गया। बाबा ने अब उत्तराखण्ड के हरिद्वार में अनशन करने की घोषणा की है।
दिल्ली के रामलीला मैदान से के हटाये जाने के बाद ही इस बात के संकेत मिलना शुरू हो गयो थे कि बाबा रामदेव केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली के निकट किसी स्थान पर अनशन शुरू करने का प्लान बना रहे हैं। पहले बाबा रामदेव ने हरियाणा के अपने गृह जनपद महेंद्रगढ़ में अनशन शुरू करने की योजना बनायी। परंतु चूंकि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार है, इस लिये वहां बाबा की दाल नहीं गली। इसके बाद उन्होंने यूपी के नोएडा में अनशन की योजना बनायी।
बसपा में भी बाबा को अनशन की अनुमति देने या ना देने के राजनीतिक नफा-नुकसान का आंकलन शुरू हो गया था। देर शाम गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने प्रदेश सरकार को सूचित किया कि बाबा रामदेव नोएडा के सेक्टर 39 में अनशन शुरू करना चाहते हैं। तुरंत गृह विभाग ने बैठक बुलाई, मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श किया गया। बैठक के बाद सरकारी प्रवक्ता ने बाबा रामदेव के अनुरोध को खारिज कर दिये जाने की सूचना मीडिया को दी।