कालेधन पर शुरू हुई लड़ाई बाबा और सरकार के बीच अहं का युद्ध बन गयी रामलीला मैदान पर आधी रात को शुरू हुआ महाभारत
बाबा रामदेव के सत्याग्रह की मियाद को लेकर सरकार और बाबा की रजामंदी पर बने करारनामे के सामने आते ही सरकार और रामदेव के बीच बन रही रजामंदी न केवल तार-तार हो गयी, बल्कि कालेधन पर शुरू हुई लड़ाई अहं का युद्ध बन गई। सरकार और रामदेव के बीच शुक्रवार को हुए गुप्त समझौते की चिट्ठी को केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने सार्वजनिक कर पूरी कहानी पलट दी। शुक्रवार को बाबा और सरकार के प्रतिनिधियों कपिल सिब्बल और सुबोधकांत सहाय से बातचीत के बाद ही दोनों पक्षों ने 90 फीसदी मुद्दों पर सहमति का एलान कर दिया था।
सरकार और पार्टी की भीतरी खींचतान के बाद बाबा से बातचीत के लिए आई नई वार्ता नीति में यह संदेश देने की कोशिश की गई कि सरकार नरम है लेकिन मजबूर नहीं। सिब्बल ने कहा कि हमने बातचीत की पहल की है लेकिन हम सख्त भी हो सकते हैं।
सिब्बल का कहना था सरकार अपने सभी वादों का सम्मान करती है पर यदि इस पर भी बाबा अनशन जारी रखते हैं तो फिर उनकी मर्जी।
सिब्बल के जारी पत्र का मजमून सामने आने के बाद में बाबा रामदेव संवाददाताओं के सवालों से बुरी तरह घिर गए और उन्हें पहले से ही लिखी पटकथा के बारे में जवाब देते नहीं बना कि आखिर जब सब कुछ पहले से तय था तो उन्होंने देश भर के लोगों को अनशन और सत्याग्रह के लिए क्यों बुलाया। नैतिकता के शीर्ष पर बैठे नजर आने वाले रामदेव इन सवालों के दबाव में शीर्षासन करते दिखने लगे और उन्होंने तेवर अचानक कड़े करते हुए कहा कि वह जेल जाने से नहीं।
गोपनीय पत्र उजागर होने के बाद बाबा हत्थे से उखड़ गए। उन्होंने सत्याग्रह जारी रखने के एलान के साथ ही सभी समर्थकों को दिल्ली चलो का नारा दे दिया। बाबा रामदेव ने सरकार को झुका देने का पूरा समां बांधा। उन्होंने रामलीला मैदान पर शाम को सरकार के वार पर चुप न रहने की हुंकार भर दी थी।
बाबा के उग्र रूप को देख हालात बिगडने के की संभावना लगभग तय हो चुकी थी। सराकर के सामने विकल्प का फी सीमित हो गये थे। रात लगभग एक बजकर दस मिनट पर दिल्ली पुलिस ने रामलीला मैदान पर धावा बोल दिया। सत्याग्रह करने आये लोगों को बलात रामलीला मैदान से बाहर करने की कोशिश के बीच खींच तान के बीच पथराव के बाद पुलिस ने लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले भी दागे।
भगदड और लाठी चार्ज में दर्जनों बाबा समर्थक बुरी तरह घायल भी हुए हैं। लगभग तीस बाबा समर्थ्ाक निकटवर्ती जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रात लगभग दो बजकर पांच मिनट के बाद से बाबा रामलीला मैदान से गायब हा गये, इस समय तक उनका कुछ अता पता नहीं है। बताया जा रहा है कि उनको पालम एयरपोर्ट से देहरादून भेज दिया गया है।