फर्रुखाबाद: कायमगंज में अभी गुड्डा व प्रिया हत्याकांड की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि एक और आँनर किलिंग का स्टेज तैयार हो गया लगता है। गंगा दरवाजा कायमगंज निवासी हर्षित रस्तोगी को लगभग दो सप्ताह की गुमशुदगी के बाद परिजनों ने स्थानीय राजनैतकि जोड़तोड़ से बुरी तरह घायल अवस्था में बरामद कर लिया परंतु अभी भी लड़की क कोई अता पता नहीं है। कायमगंज पुलिस ने हर्षित के परिजनों की ओर से पूर्व में लिखाई गयी गुमशुदगी को बरामदगी में तरमीम करने के बाद अपनी पीठ स्वयं थपथपाने में मशगूल है। अभी तक न तो हर्षित का अपहरण करने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गयी है और न ही उसकी तथाकथित पत्नी या प्रेमिका पल्लवी की बरामदगी की दिशा में कोई प्रयास किया गया है।
कायमगंज के मोहल्ला गंगादरवाजा निवासी हर्षित रस्तोगी का प्रेम प्रसंग अलीगंज निवासी पल्लवी से चलता था। पल्लवी की ननिहाल कायमगंज में ही होने के कारण दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ा। दोनो ने विगत २७ मार्च को चोरी छिपे फतेहगढ़ के आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। बीएससी की छात्रा पल्लवी ने विगत ५ मई को फोन कर हर्षित को दरियावगंज स्थित अपने कालेज बुलाया और यहीं से दोनो फरार हो गये। बरेली, हरिद्वार और दिल्ली से लौटते समय पल्लवी के परिजनों ने दोनो को पकड़ लिया। हर्षित के अनुसार उसको पल्लवी के परिजन जगह बदल बदल कर कई स्थानों पर ले गये और तरह से यातनाये देते रहे। पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराने के बावजूद जब पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया तो परिजनों ने किसी प्रकार राजनैतिक लोगों से जोड़ तोड़ कर हर्षित को किसी प्रकार बुरी तरह जख्मी हालत में अलीगंज के एक तंबाकू गोदाम से बरामद कर लिया। कातवाली में सूचना देने के बाद पुलिस ने इतना तो किया कि हर्षित की गुमशुदगी के सापेक्ष बरामदगी दिखा कर अपनी पीठ खुद ही थपथपा ली परंतु अपहरण करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई या गायब पल्लवी की बरामदगी की दिशा में कुछ करना तो दूर इस आशय की एफआईआर तक दर्ज नहीं की। जबकि कोतवाली कायमगंज में दी गयी तहरीर में स्पष्ट रूप से पल्लवी को मार दिये जाने की आशंका व्यक्त की गयी थी।