डेस्क: भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल की वजह से हमारी डाइट में नमक का स्तर काफी बढ़ गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम अब जंक फूड,प्रोसेस्ड फूड का सेवन कहीं ज़्यादा करने लगे हैं जिसमें नमक का उपयोग काफी किया जाता है। नमक को खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाता है,खाने में ज़्यादा नमक का सेवन याददाश्त से जुड़े विकारों का कारण बनता है जिसमें डिमेंशिया और अल्ज़ाइमर शामिल हैं। ज़्यादा नमक का सेवन एक अणु का अतिउत्पादन करता है जो सूजन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा ऐसी कुछ रिसर्च हुई हैं जिसमें पाया गया है कि ज़रूरत से ज़्यादा नमक से ब्लड प्रेशर,दिल की बीमारी और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ता है जो जानलेवा साबित हो सकता है। साथ ही रोज़ ज़्यादा नमक खाना तनाव बढ़ने का कारण भी बनता है। जिसमें याददाश्त,सोचने की ताकत और सामाजिक क्षमताओं पर गंभीर रूप से असर डालता है कि यह इससे आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में हस्तक्षेप पैदा होने लगता है। हाल ही में 5 लाख लोगों पर हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जो लोग अपने खाने में हर रोज ऊपर से नमक मिलाते हैं उन लोगों में समय से पहले मौत का खतरा आम लोगों के मुकाबले 28% ज्यादा होता है। हालांकि इसका मतलब ये नहीं है कि आप नमक से पूरी तरह से दूरी बना लें। क्यूंकि जिस तरह शरीर को पानी और भोजन की जरूरत होती है। उसी तरह नमक का सही अनुपात भी शरीर के लिए बहुत आवश्यक है।