फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) केंद्र सरकार ने कानपुर से गाजियाबाद के दो औद्योगिक केंद्रों को जोड़ने की योजना को नई सड़क योजना के तहत अमलीजाम पहनानें की पहल की है| जो फर्रुखाबाद से होकर गुजरेगा| कानपुर या गाजियाबाद दिल्ली जाने वाले लोगों को इससे काफी सुबिधा होगी| फर्रुखाबाद से केबल दो घंटे का सफर ही होगा|
दरअसल सितंबर 2019 में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गाजियाबाद को कानपुर से जोड़ने वाले एक आर्थिक गलियारे की घोषणा की थी। गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड कॉरिडोर नौ जिलों गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर से होकर गुजरेगा। फर्रुखाबाद के लिए यह कॉरिडोर एक वरदान से कम नही होगा| कानपुर-गाजियाबाद कारीडोर बनता है तो फर्रुखाबाद से दिल्ली-कानपुर का रास्ता सुगम हो सकता है और दो घंटे का सफर हो सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक इसके साल 2025 तक पूरा हो जाने की संभावना है। गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड कॉरिडोर की लंबाई 380 किलोमीटर होगी। माना जा रहा की कॉरिडोर कायमगंज से नवाबगंज व मोहम्मदाबाद होते हुए निकल सकता है|
फर्रुखाबाद के विकास को लगेंगे पंख
फर्रुखाबाद नमकीन (दालमोठ), जरदोजी, आलू का बड़ा कारोबार होता है| शहर के लहंगे बड़ी मात्रा में दिल्ली के बाजार में बिक्री होते है| लिहाजा व्यापारी को एक लम्बा सफर तय करना पड़ता है| कॉरिडोर बनने से जरदोजी के व्यापार को बढ़ावा मिलेगा| शिक्षा के लिए भी युवा दिल्ली-कानपुर जाते है| लिहाजा उनके आवागमन में भी कॉरिडोर यात्रा को खुशनुमा बनायेगा|