सहारनपुर: एसएसपी आकाश तोमर का भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर लगातार चाबुक चल रहा है। मंडी और देहात कोतवाली के चार सिपाहियों को सस्पेंड करने के बाद अब देहात कोतवाली के थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह को एसएसपी ने भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने कुछ दिन पहले एक दवा व्यापारी को अवैध रूप से हिरासत में रखा और उससे पैसे की डिमांड की। एएसपी की जांच में आरोप सही पाए जा पाए जाने पर एसएसपी ने यह कार्रवाई की है।
मांगी गई थी लाखों रुपये की रिश्वत
दरअसल, कुछ दिन पहले गागालहेड़ी के इंडियन फार्मा मेडिकल एजेंसी के मालिक सगीर को देहात कोतवाली प्रभारी और कुछ सिपाहियों ने अवैध रूप से हिरासत में लिया था। सगीर को कई दिन हिरासत में रखा गया था और उससे लाखों रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। चार सिपाहियों ने दवा व्यापारी से 45 हजार रुपए भी ले लिए थे। इस मामले में एसएसपी ने करीब 15 दिन पहले चारों सिपाहियों को निलंबित कर दिया था। सगीर को किसी थाने में न रखकर किराए के एक कमरे में अवैध हिरासत में रखा हुआ था|
जांच में पाए गए दोषी
वहीं देहात कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह की भी संलिप्तता इस मामले में पाई गई थी। जिसकी जांच एएसपी प्रीति यादव को सौंपी गई थी। शनिवार की शाम को एएसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट एसएसपी आकाश तोमर को सौंप दी। जिसमें सुरेंद्र सिंह दोषी पाए गए। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि एएसपी प्रीति यादव की जांच रिपोर्ट के आधार पर देहात कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह को निलंबित किया गया है। वही, उनकी विभागीय जांच भी खोल दी गई है।