फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जनपद के डा राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला को एक बार फिर से कायाकल्प अवार्ड के लिए चुना गया है। वर्ष 2021-22 के कायाकल्प योजना में जनपद के महिला अस्पताल का चयन होने से स्वास्थ्य विभाग में खुशी की लहर है। अब अस्पताल मेंआने वाले मरीजों व तीमारदारों की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के लिए तीन लाख चालीस हजार रुपए मिलेंगे |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० सतीश चंद्रा ने कहा कि मानक के अनुसार अस्पताल का संचालन करने व मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करने वाली चिकित्सा इकाइयों को कायाकल्प और इन्क्वास अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। आंतरिक व वाह्य मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन करने वालों का चयन अवार्ड के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में भी अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती थी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। पूरे स्टाफ की बेहतर कार्य प्रणाली के कारण ही अस्पतालों को अवार्ड मिला है।
कायाकल्प योजना के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि जनपद स्तर पर डा राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला ने 85.67 प्रतिशत अंक पाकर मंडल में पहला स्थान तो राज्य स्तर पर पंद्रहवां स्थान मिला है अवार्ड के लिए चयनित होने वाले अस्पताल को सरकार की ओर से तीन लाख रुपये दिए जाएंगे, जिसे अस्पताल की बेहतरी पर खर्च किया जाएगा।
क्या है कायाकल्प-
जनपदीय सलाहकार क्वालिटी एश्योरेन्स डॉ॰ शेखर यादव के मुताबिक सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वच्छता एवं अच्छी प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार ने यह महत्वाकांक्षी योजना 15 मई 2015 को आरंभ की थी। इसके तहत एक निर्धारित चेक लिस्ट के आधार पर स्वास्थ्य केन्द्रों का तीन चरणों में असेस्मेंट किया जाता है। तीनों चरणों में 70 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाली चिकित्सा इकाइयों को राष्ट्रीय(भारत सरकार)/राज्य स्तर से सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र एवं अवार्ड धनराशि प्रदान की जाती है। योजना के मुताबिक राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले जिला स्तरीय चिकित्सालयों को 50 लाख, द्वितीय को 20 लाख एवं तृतीय को 10 लाख और जो चिकित्सालय 70 प्रतिशत से अधिक अंक पाते हैं उन्हे तीन लाख रूपय दिये जाते हैं । इन चरणों के माध्यम से छह बिन्दुओं जैसे- स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन तथा स्वच्छता को बढ़ावा देने आदि मुद्दों पर स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है जिसमे आंतरिक मूल्यांकन का निरीक्षण स्थानीय टीम द्वारा, सहकर्मी मूल्यांकन का निरीक्षण मण्डल स्तरीय टीम द्वारा व अंतिम मूल्यांकन राज्यस्तरीय टीम के द्वारा किया जाता है।