लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 का पेपर रविवार को सुबह इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद परीक्षा को निरस्त कर दिया गया। जब परीक्षा को निरस्त करने का निर्देश जारी किया गया, उस समय प्रदेश के अधिकांश केन्द्रों में अभ्यर्थियों को पेपर भी वितरित हो गए थे। सरकार ने सभी अभ्यर्थियों को बड़ी परेशानी से उबारने के लिए उनके घर तक जाने के लिए रोडवेज बसों में फ्री व्यवस्था कर दी है।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद इसको निरस्त कर दिया है। रविवार को जिलों में दो पालियों में होने वाली परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में अभ्यर्थी तथा उनके अभिभावक एकत्र थे। सरकार ने इनको घर तक वापसी के लिए बड़ी सुविधा दे दी है। सभी अभ्यर्थी अपना परीक्षा प्रवेश पत्र दिखाकर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में बिना किराया अदा करे अपने घर के लिए वापसी कर सकेंगे। दोनों पालियों में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के घर वापसी के लिए सरकार ने नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था कर दी है। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने दी| उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 के अचानक परीक्षा रद होने का निर्देश मिलने के बाद सभी चौंक गए। अभ्यर्थियों के केन्द्र के अंदर कक्ष में रहने के कारण किसी भी स्थान पर हंगामा नहीं हो सका। अचानक इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के केन्द्र से बाहर आने पर अफरा-तफरी की स्थिति जरूर बन गई।
शनिवार रात से ही मिलने लगे थे यूपी टीईटी पेपर लीक के संकेत
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार व प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने लोकभवन में पत्रकारों से कहा है कि पेपर लीक की सूचना इंटरनेट मीडिया के माध्यम से शनिवार रात से ही मिल रही थी। गिरफ्तार 23 आरोपितों के पास पेपर की फोटोकापी व अन्य सामान मिला है। गिरफ्तार आरोपितों के नाम जल्द सामने लाएंगे। इसमें बिहार सहित दूसरे राज्यों के साल्वर शामिल हैं। दोनों पालियों की परीक्षा रद की गई है, एक माह के अंदर दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। परीक्षार्थियों को दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी, जो परीक्षार्थी आज इम्तिहान में शामिल हो रहे थे उन्हें परिवहन विभाग की बसों से मुफ्त वापस भेजने के निर्देश दिए गए हैं। दीपक कुमार ने कहा कि परीक्षा एजेंसी की भूमिका जांच में सामने आएगी। उसे बदलने सहित अन्य निर्णय लिए जाएंगे। इसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार पारदर्शी तरीके से परीक्षा कराना चाहती है, इसलिए परीक्षा रद करने का बड़ा निर्णय लिया गया है।