फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सिस्टम का इतना बड़ा मजाक और क्या होगा की जिला जेल की घटना में दो बंदियों की मौत होने और आगजनी होनें के मामले के बाद अभी तक दोषी जिम्मेदारों पर कार्यवाही नही की गयी| केबल शुक्रवार को शासन नें जिला जेल के अधीक्षक का तबादला कर दिया|
दरअसल 7 नवंबर की सुबह साथी कैदी संदीप यादव की अस्पताल में मौत से आक्रोशित हो गये| इसके साथ ही जेल के भीतर बंदियों और उनके परिजनों से होंने वाली अबैध बसूली से भी काफी गुस्से में थे| बीते पांच दिन पूर्व जेल के भीतर जमकर महाभारत हुई| बबाल के दौरान गोली लगनें से शिवम राठौर की पेट में गोली लगनें से मौत हो गयी| जिसके बाद बंदियों ने जमकर बबाल किया था| विवाद में जेलर और डिप्टी जेलर भी पिटे थे| बाद में पुलिस नें बंदियों पर बेहरहमी से लाठी चार्ज किया था| जिसमे बड़ी संख्या में बंदी घायल गये| घटना की शाम को खुद एसपी अशोक कुमार मीणा नें यह बात मीडिया के सामने स्वीकार करते हुए कहा था कि जेल में तमंचा मिला है| घटना के पांच दिन बाद अभी उस तमंचे पर क्या कार्यवाही हुई पता नही चला| तमंचा जेल के भीतर कैसे पंहुचा यह बतानें वाला कोई है ?? तमंचे के जेल में मिलने की एफआईआर भी दर्ज नही करायी| घटना के पांच दिन बाद जिला जेल अधीक्षक डॉ० रामधनी का तबादला शासन ने केन्द्रीय कारागार इटावा के अधीक्षक के पद पर कर दिया| जनपद मऊ के जिला कारागार अधीक्षक भीमसेन मुकुंद को जिला जेल फतेहगढ़ बनाया गया है|