फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष व एमएलसी राजपाल कश्यप ने कहा कि विकास कार्य सिर्फ सपा की सरकार में हुए। भाजपा ने सिर्फ झूठे वादे किए। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जातीय जनगणना कराकर जनता को आबादी के अनुसार उसका हक दिलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार राजी नहीं है।
फतेहगढ़ के निरीक्षण भवन में पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष नें कहा कि सपा के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन व सामाजिक न्याय यात्रा का तीसरा चरण चल रहा है| उन्होंने कहा कि सपा शासन में शहर से गांव तक विकास हुआ। जिले में जो भी कार्य हुए सपा की देन हैं। बोले कोरोना में आक्सीजन की कमी से एक भी मौत न होने का दावा करने वाली सरकार के झांसे में इस बार जनता नहीं आएगी। युवा सरकार से जवाब मांग रहे हैं। भाजपा पिछड़े, दलित व आदिवासियों के साथ में अन्याय कर रही है। उन्होंने सरकार पर आरक्षण खत्म करने व संविधान से छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि यह न्याय यात्रा तब तक चलती रहेगी जब तक सपा की सरकार और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री नहीं बन जाते। भाजपा नेताओं ने जनता से झूठे वादे कर सत्ता हासिल की थी। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भाषा पर भी नियंत्रण नहीं रख रहे है। बीते दिनों सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को लेकर की गई टिप्पणी पर सपा एमएलसी ने मुख्यमंत्री को बेलगाम बताया। कहा उनकी जुबान पर अब जनता ही लगाम लगाने का काम करेगी। मीडिया से मुखातिब हुए राजपाल कश्यप ने कहा जाति-धर्म के नाम पर भाजपा नेता समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे है। पिछड़ों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
प्रदेश अध्यक्ष नें कहा भाजपा के लिए पिछड़े और दलित केबल वोट देनें की मशीन है| लेकिन इस बार बीजेपी की पिछड़े ही जमानत जप्त करा देंगे| बीजेपी नें विकास के नाम पर एक पुलिया भी नही बनायी| सपा की सरकार बनी तो जिले को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जायेगा| उन्होंने भाजपा सरकार की तुलना ईस्ट-इंडिया कम्पनी से की| उनके पास विकास के नाम पर कुछ कहने को नही है तभी वह हर मीटिग बंद कमरे में कर रही है| जिला महासचिव मंदीप यादव, पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत, वरिष्ठ सपा नेता महेंद्र कटियार, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष शशांक सक्सेना, सयुस पूर्व जिलाध्यक्ष जितेन्द्र यादव, इलियास मंसूरी, सुभाष पाल आदि रहे|