लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में जुटी कांग्रेस मुद्दों को भुनाने की कोशिश के साथ ही संगठन पर खास जोर दे रही है। संगठन सृजन अभियान की खुद निगरानी रिपोर्ट ले रहीं राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका वाड्रा काम न करने वालों को लगातार किनारे भी कर रही हैं। अभियान की समीक्षा के आधार पर ही सात जिला और शहर अध्यक्षों को बदल दिया गया है। सोमवार को पार्टी हाईकमान ने नए अध्यक्षों की सूची जारी कर दी।
पिछले जितने भी चुनाव कांग्रेस उत्तर प्रदेश में हारी, उनकी समीक्षा में यही बात सामने आई कि पार्टी का संगठन जमीनी स्तर पर बेहद कमजोर है। यही वजह है कि प्रियंका वाड्रा ने बतौर प्रभारी यहां की जिम्मेदारी संभाली तो संगठन को सिरे से बदलने-संवारने में जुट गईं। कई दौर की स्क्रीनिंग के बाद सभी जिला और शहर अध्यक्षों की नियुक्ति की गई। मगर, नियुक्ति के साथ ही प्रियंका ने साफ कर दिया था कि काम की लगातार समीक्षा होगी। जो भी कमजोर साबित होगा, उसे हटा दिया जाएगा।
इस पर पार्टी अमल करती भी नजर आ रही है। एक वर्ष में ही दर्जनों जिला और शहर अध्यक्षों को बदलकर नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जा चुकी है। अब ताजा सूची सात जिला-शहर अध्यक्षों की आई है। पार्टी नेताओं ने बताया कि इनमें जालौन के जिलाध्यक्ष अनुज मिश्रा एक युवती से छेड़छाड़ के आरोप और खुलेआम पिटाई की घटना सामने आने की वजह से हटाए गए हैं, जबकि बाकी संगठन सृजन अभियान की समीक्षा में कमजोर साबित हुए हैं।
ये हुए बदलाव
- इकाई : नियुक्त : हटाए गए
- 1. लखनऊ शहर दक्षिण : दिलप्रीत सिंह : मुकेश सिंह चौहान
- 2. देवरिया जिला : रामजी गिरि : धर्मेंद्र सिंह सैंथवार
- 3. महराजगंज जिला : शरद सिंह बबलू : अवनीश पाल
- 4. जालौन जिला : राजीव नारायण मिश्रा : अनुज मिश्रा
- 5. कानपुर नगर ग्रामीण : अमित कुमार पांडेय : ऊषा रानी कोरी
- 6. उन्नाव जिला : आरती बाजपेयी : सुभाष सिंह
- 7. बुलंदशहर जिला : श्योपाल सिंह : टुक्कीमल खटीक