Sunday, January 12, 2025
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अब टैबलेट से क्षय रोगियों के आंकड़े अपडेट करेंगे लैब टेक्नीशियन

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)  क्षय रोगियों का आंकड़ा अपडेट करने और जाँच के उपरांत क्षय रोग की पुष्टि होते ही मरीज का नाम दर्ज करने के लिए लैब टेक्नीशियन को शुक्रवार को टैबलेट वितरित किये गये। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमालगंज, राजेपुर, शमसाबाद, मोहम्मदाबाद व सिविल अस्पताल लिंजीगंज को मिलाकर कुल पांच लैब टेक्नीशियन को जिला क्षय रोग अधिकारी ने टैबलेट वितरित किये |
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ० सुनील मल्होत्रा ने बताया कि अभी तक जनपद में तैनात एसटीएस, एसटीयलएस, टीबी हेल्थ विजिटर, लैब टेक्नीशियन , फार्मासिस्ट, डीपीसी और टीबीएचआईबी समन्वयक को मिलाकर लगभग 26 लोगों को पहले ही टैबलेट वितरित किये जा चुके हैं| उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को टैबलेट भारत सरकार की डिजिटल इंडिया योजना के तहत दिया गया है। अब मरीजों से संबंधित सभी जानकारी को समय पर सुरक्षित किया जाएगा, इससे समय की बचत होगी और अधिक से अधिक काम भी आसानी से हो सकेगा। इन टैबलेट के माध्यम से अब काम काफी आसान हो गया है | पहले सभी क्षय रोगियों का डाटा रजिस्टर में अपडेट करना पड़ता था लेकिन इस आधुनिक तकनीक के माध्यम से जब चाहो इनको देख सकते हैं किसको कब दवा दी गई किसको निक्षय पोषण योजना में धनराशि मिल गई है और किसका इलाज पूरा हो गया है किसको किस तरह की टीबी है |
जनपद में नबावगंज और बरौन सीएचसी को छोड़कर सभी जगह ट्रू नेट मशीन लगी हुई जो की टीबी रोगियों की जांच कर रही है | इस मशीन से जाँच करने पर ज्ञात हो जाता है कि किस मरीज को एमडीआर टीबी है और किस मरीज को दवा फायदा नहीं कर रही है तो उसकी दवा बदलकर दूसरी दवा दी जाती है | जिला क्षय रोग विभाग के पास एक सीबीनॉट मशीन फतेहगढ़ में बने क्षय रोग कार्यालय में लगी हुई है | यह मशीन जनपद में निजी अस्पताल में कहीं नहीं है इसके द्वारा भी क्षय रोगियों की खोज की जाती है |
क्षय रोग विभाग के जिला कार्यक्रम समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि जिले में निक्षय पोषण योजना के तहत जनवरी 2020 से दिसम्बर 2020 तक लगभग 1651 टीबी मरीजों और निजी प्रैक्टिस करने वाले डाक्टर, पैथोलॉजी के लोगों को करीब 93 लाख रुपये का भुगतान आनलाईन किया जा चुका है | सौरभ ने बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत जब तक मरीज का इलाज चलता है उसके पोषण के लिए सरकार द्वारा पांच सौ रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं |
इस दौरान फार्मासिस्ट पुनीत मिश्र, एसटीएलएस नीतेश और लैब टेक्नीशियन शशांक हजेला सहित कई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे |

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