फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) हमेशा से विवादों के घेरे में रहें बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित का सित्तरबाग आश्रम में पहली बार पत्रकार वार्ता बुलाई गयी| जिसमे संवासनियों नें बाबा को निर्दोष बताते हुए कहा कि आध्यात्मिक विश्वविद्यालय केबल ईश्वरीय ज्ञान देता है|
पत्रकार वार्ता में दिल्ली से आयीं संवासनियों नें कहा की आश्रम में जन-जन तक आध्यात्मिक ज्ञान का रहस्य पंहुचानें का प्रयास होता है| बीते वर्षों में आश्रम और बाबा वीरेंद्र देव पर लगाये गये आरोप निराधार है| इसके साथ ही आध्यामिक शिक्षिका के साथ ही अन्य संवासनियों नें कहा कि आश्रम में महिलाओं को समाज की बुरी नजरों से दूर रखा जाता है| उसे अध्यात्म की तरफ ले जाने का प्रयास होता है| जिस तरह तपस्वी एकांत में साधना करते थे उसी प्रकार आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में भी एकांत में ज्ञान प्राप्त किया जाता है|
संवासनियों नें आज के दौर में महिलाओं के घर से बाहर निकलनें पर भी आपत्ति जाहिर की| उन्होंने कहा कि बाहर महिलाएं सुरक्षित नही| उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक विश्वविद्यालय एक आध्यात्मिक परिवार है जिसका लक्ष्य ईश्वरीय ज्ञान और सहज राजयोग के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम की भावना से ओतप्रोत एक नए विश्व की स्थापना करना। विश्व को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य आरंभ हो चुका है जिससे वसुधैव कुटुंबकम की स्थापना हो सके और भौतिकवाद की और तीव्रता से बढ़ रहे विश्व को जिसमें अशांति फैल रही है उसमें शांति शांति की स्थापना हो सके और आध्यात्मिक शक्ति जागृत हो सके उसके लिए विश्व पिता से प्राप्त अविनाशी सुख शांति की पुनर्स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।