फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बीते दिन उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने की घटना नें लोगों के जहन में दहशत भर दी| वहीं टीवी और सोशल मीडिया पर डाले गये वीडियो नें उसमे बहुत अधिक इजाफा किया| सरकार के निर्देश पर मेला रामनगरिया और गंगा के किनारे बसे गांवों पर प्रशासन लगातार नजर बनाये हुए है| वही ग्लेशियर फटने की घटना के दूसरे दिन मेला राम नगरिया में दिनचर्या पूर्व की तरह ही सामान्य रही| इसके साथ ही जमकर भीड़ भी उमड़ी|
सोमवार को सुबह सूरज की लालीमा आने के पूर्व से ही कल्पवासी गंगा तट पर पंहुचे और गंगा में गोते लगाकर सूर्य को अर्घ्य देकर गंगा मइया से सभी की रक्षा की कामना की| सोमवार को गंगा का का जलस्तर 134.20 दर्ज हुआ|
दोपहर को दो संतों नें शोभायात्रा पूरे मेला परिसर में निकाली| जिसका जगह-जगह पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया|
वहीं गंगा तट पर कल्पवासी अपनी भक्ति में रमे हुए नजर आये| कही-कही भक्तिरस में भीगे भक्त नृत्य भी करते दिखे| जिसमे महिलाओं की अहम भूमिका थी| मेले में गिलेसियर फटने का कोई फर्क नही दिखा| सब कुछ सामन्य नजर आया| लेंकिन प्रशासन पूरे घटना क्रम पर नजर बनाये है| बनाये गये पांटून पुल की निगरानी बढ़ा दी गयी है|
लेखपालों नें देखी पानी की स्थिति
अमृतपुर संवाददाता: तहसीलदार संतोष कुशवाहा के निर्देश पर लेखपाल गौरव, रामप्रसाद, मोहित आदि ने गंगा के किनारे बसे गांवों में जाकर ग्रामीणों से वार्ता की और उन्हें भी सचेत रहनें की नसीहत दी| इसके साथ ही गंगा में पानी का स्तर भी परखा|