लखनऊ: तांडव वेब सीरीज के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के बाद हजरतगंज पुलिस मुंबई के लिए रवाना हो गई है। पुलिस टीम वेब सीरीज के लेखक, निर्माता, निर्देशक और हेड इंडिया ओरिजिनल कंटेंट अमेजन की तलाश में दबिश पर भेजी गई है। हजरतगंज कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर अनिल सिंह पुलिस बल के साथ मुंबई गए हैं। इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ला के मुताबिक पुलिस आरोपितों के संभावित स्थानों पर दबिश देने के लिए रवाना की गई है। मामले की विवेचना की जा रही है। आरोपितों से पूछताछ की जाएगी।
वेब सीरीज बनाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के पीछे अन्य लोगों की भूमिका भी सामने आ रही है। पुलिस उन लोगों के नाम उजागर करेगी। पुलिस वेब सीरीज तांडव के निर्देशक अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और हेड इंडिया ओरिजिनल कंटेंट अमेजन के अपर्णा पुरोहित के ठिकानों पर जाएगी। आरोपितों से उनके अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी की जाएगी। माना जा रहा है कि जिन लोगों ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने के दृश्य में काम किया है, उनके खिलाफ भी पुलिस कार्यवाही करेगी।
जातियों में बांटने व महिलाओं के अपमान का दृश्य भी
आरोप है कि वेब सीरीज में जातियों को छोटा बड़ा दिखाकर उनमें विभाजन करने की कोशिश की गई है। यही नहीं महिलाओं को अपमानित करने वाले दृश्य भी हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री जैसे गरिमामय पद को ग्रहण करने वाले व्यक्ति का चित्रण भी बेहद अशोभनीय ढंग से किया गया है। आरोप है कि वेब सीरीज शासकीय व्यवस्था को भी क्षति पहुंचा रहा है।
ये है मामला
हजरतगंज कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक अमरनाथ यादव ने रविवार देर रात इस संबंध में एफआइआर दर्ज कराई थी। आरोप है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर 16 जनवरी को रिलीज हुई वेब सीरीज तांडव को लेकर लोगों में गुस्सा भरा है। लोग आक्रोशित हैं और तीखे लेख लिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी तरह तरह की चर्चा हो रही है, जिससे शांति व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है। पुलिस ने जब वेब सीरीज देखा तो पता चला कि पहले एपिसोड के 22 वें मिनट पर धाॢमक भावनाओं को आहत करने का काम आरोपितों की ओर से किया गया है। यही नहीं निम्न स्तर की भाषा का इस्तेमाल भी हुआ है।