फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) बीते 15 अक्टूबर 2020 को बलिया जिले में के दुर्जनपुर गाँव में कोटा चयन के दौरान भाजपा नेता नें गोली मारकर एक की हत्या कर दी गयी थी| इसके बाद सख्त हुए सीएम योगी नें बलिया के एसडीएम सुरेश कुमार पाल, सीओ चंद्रकेश सिंह के साथ ही घटना के दौरान मौजूद रहे सभी आठ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था| इसके बाद भी यहाँ जिले में कोटा चयन के लिए बिना पुलिस सुरक्षा के सचिवों को भेज दिया गया| सचिव के साथ ग्रामीणों नें हाथापाई कर दी| जिसके बाद पुलिस फोर्स मौके पर आ गया|
ताजा मामला थाना क्षेत्र के परतापुर कला का है| परतापुर कला नई ग्राम सभाबनी है| जिसका सोमवार को कोटा चयन होना था| जिसमे स्वयं सहायता समूह की सुरमित पत्नी सुभाष व सवीता पत्नी शरदवीर कोटा चयन के लिए दावेदारी की| कोटा चयन कराने के लिए सचिव विवेक कुमार, अश्वनी यादव, प्रदीप कुमार और नगेन्द्र कुमार दो होमगार्ड के साथ पंहुचे|
जिसके बाद कोटा चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी| चयन प्रक्रिया के दौरान ग्रामीणों नें सचिव अश्वनी यादव के साथ हाथापाई कर दी| जिससे अफरा-तफरी मच गयी| मामले की सूचना मिलने पर बीडीओ श्रीप्रकाश उपाध्यय, थानाध्यक्ष जसबंत सिंह फोर्स के साथ पंहुचे| लेकिन तब तक मारपीट करने वाले खिसक गये| जिसके बाद सविता के नाम कोटा सर्वसम्मति से घोषित कर दिया गया|
बीडीओ श्रीप्रकाश उपाध्यय नें बताया कि कोटा चयन में विवाद होनें की सम्भावना कम थी| जिससे फोर्स नही बुलाया गया था| सचिव के साथ मारपीट नही हुई| हाथापाई का प्रयास किया गया|