फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जनता से खराब बर्ताव के लिए बदनाम खाकी पर इधर लगातार रिश्वतखोरी के इल्जाम लग रहे हैं। पहले भी ऐसे कई मामले सुर्खियों में आए, जिससे पुलिस की छवि पर दाग लगा। हालांकि, अधिकारियों की लगातार कोशिश है कि पुलिस की छवि बदले, लेकिन इसके बाद भी घूसखोरी थम नहीं रही है। पुलिसवाले बचाव में कहते हैं कि इतना खर्चा है कि वेतन से गुजारा नहीं हो सकता। बीती देर रात एक और दारोगा का आडियों वायरल होनें के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है| इसके साथ ही उसे निलंबित कर दिया गया|
पिछले कुछ महीनों के दौरान ही जनपद में धन उगाही और घूसखोरी के कई मामले अफसरों के पास पहुंचे। राजेपुर थाने के तत्कालीन सिपाही धर्मेन्द्र और लकड़ी कारोबारी के बीच पैसों के लेनदेन का आडियो वायरल होने पर सीओ से जांच कराई गई।इसके बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ| अब सिपाही अपने लिए अकेले बसूली करे यह सम्भव नही| लिहाजा जाँच में अभी और भी कई लोग आ सकते है|
बीती रात थानाध्यक्ष जहानगंज दिनेश गौतम नें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपने ही थानें के दारोगा राहुल कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया| दागदार दारोगा बहोरिक गाँव के निकट भोले बाबा मंदिर के निकट अमरुद के बाग से दारोगा राहुल कुमार, सिपाही प्रिंश कुमार और परम वीर नें पकड़ा था| दारोगा राहुल कुमार का एक आडियो वायरल हुआ| जिसमे वह अपने फर्ज और खाकी की साख पर दरकिनार कर आरोपियों के परिजनों से 10 हजार रूपये रिश्वत मांग रहा है| आडियो वायरल होनें के बाद थानाध्यक्ष नें आधी रात को मुकदमा दर्ज कराया| जिससे दारोगा पर कार्यवाही भी तय हो गयी है|
पुलिस अधीक्षक डॉ० अनिल कुमार मिश्रा नें बताया कि आरोपी दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा उसे तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है|