फर्रुखाबाद:(मोहम्मदाबाद) जिस समय 24 नैनिहाल शातिर की गिरफ्त में थे उस समउ शासन और सरकार के हाथ-पैर फूल गये थे| परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था| लेकिन उन्ही में से एक बहादुर बेटी अंजली नें अपनी सूझबूझ से ना केबल खुद को बचाया बल्कि सभी बच्चो की भी जान बचायी|
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम करथिया में बीती रात किसी प्रकोप से कम नही थी| हर कोई टूट रहे अपने हौसले को सहेज कर आयी हुई मुसीबत से लड़ने को तैयार खड़ा था| सभी को चिंता सता रही थी कि आरोपी सुभाष वाथम पुत्र जगदीश वाथम किसी मासूम को निशाना ना बना दें| जिसके चलते आपरेशन कामयाब हुआ और शातिर सुभाष पुलिस की गोली का शिकार हुआ |
जब पुलिस नें सभी नौनिहालों को बाहर निकाला तो उसमे से एक नौनिहाल बालिका अंजली सिंह भी थी|
अंजली नें जो बताया उसको सुन सभी उसकी बहादुरी की दाग दे रहे है| अंजली नें बताया कि सुभाष ने उन्हें घर के तयखाने में कैद कर दिया था| उसी समय उसने आदेश की 6 वर्षीय बेटी शबनम को बाहर कर पुलिस को सौप दिया| लेकिन उसने कमरे का दरवाजा बंद नही किया| जिसका फायदा उठाकर अंजली नें जल्द से कमरा भीतर से बंद कर दिया है| जिसके बाद कई बार शातिर नें अंजली को बम से उड़ाने की धमकी दी| लेकिन अंजली ने उसके बाद भी दरवाजा अंजली नें नही खोला|
विधायक भोजपुर नागेन्द्र सिंह राठौर नें बताया कि जिस तरह से बालिका अंजली नें बहादुरी का काम किया| वह काबिले तारीफ़ है| उसे पुरस्कार दिलाने की व्यवस्था करायी जायेगी| पुलिस कर्मी भी सम्मानित होंगे|