माननीय की परिक्रमा के बाद भी इंस्पेक्टर को ना माया मिली ना राम!

FARRUKHABAD NEWS POLICE सामाजिक

फर्रुखाबाद: नवाबगंज थाना प्रभारी का जिले से बाहर तबादला हो गया| जो चर्चा का विषय बना है| पहले वह शहर कोतवाल थे| उन्हें एक माननीय का दरबारी बनने का शौक था जो भारी पड़ा और अब उन्हें जिले से बाहर तक जाना पड़ा|
शहर कोतवाली में तैनात रहे इंस्पेक्टर देवेन्द्र दुबे ने एक माननीय को अपना सरपरस्त बनाया और उनके इशारे पर ही काम करने को अपना फर्ज समझा| लेकिन माननीय तो माननीय अपना काम तो कराया लेकिन जब इंस्पेक्टर को जिले की सबसे मलाई दार कोतवाली से हटाए जाने का फरमान बड़े साहब न सुना दिया और खबरे सार्वजानिक हो गयी| लेकिन दुबे जी को उस समय भी पूरा भरोसा रहा की उनका कोई क्या …..लेगा वह तो माननीय के सिपहसालार है| लेकिन यह पब्लिक है बाबू पब्लिक यह सब जानती है| उस समय खूब चर्चा आम रही की शहर कोतवाली से तबादला होने की खबर से वह तत्काल माननीय के आवास पर गये और अपना तबादला रुकवाने की अर्जी लगायी|
माननीय ने भी इंस्पेक्टर को भरोसा दिया की उनका तबादला रुक जायेगा| जिसके बाद साहब मुस्कराते हुए माननीय के आवास से बाहर निकले| लेकिन माननीय के पास बैठे कुछ जानकार जान रहे थे कि माननीय कोतवाल साहब की फिरकी ले रहे है| फिर क्या था वही हुआ| आखिर कोतवाली की स्टेरिंग दुबे जी के साथ से चली गयी और उन्हें नवाबगंज में थानाध्यक्ष बनाया गया|  शहर कोतवाली बमुश्किल उनके पास दो महीने ही रही|
रविवार को उन्हें जिले से कार्यमुक्त कर दिया गया| कन्नौज तबादले पर भेज दिया गया है| पुलिस अधीक्षक नें उन्हें कार्यमुक्त भी कर दिया|