फर्रुखाबाद: कन्नौज में बस हादसे में जिंदा जले लोगों के बाद सरकार ने अधिकारियों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है| जिसके चलते अपर आयुक्त नें फर्रुखाबाद पंहुचकर बताया कि जिन अधिकारियों नें विमल चतुर्वेदी की बस को सड़क पर चलने की अनुमति दी उन पर गाज गिरना तय है और सड़क पर दौड़ रही अमानक बसों पर भी बड़ी कार्यवाही की जायेगी|
कानपुर से आये अपर आयुक्त देवेन्द्र त्रिपाठी नें एआरटीओ कार्यालय में पत्रकारों को बताया कि सरकार और विभाग घटना को लेकर बेहद गम्भीर है| जिसको लेकर जिम्मेदार अधिकारियों पर नकेल कसने की तैयारी है| उन्होंने बताया कि वह उस बस की पत्रावली तलाश रहे है जिसमे उसको अनुमति मिलेगी| उसी फाइल से अधिकारियों पर कार्यवाही होगी| लेकिन पता चला है कि पत्रावली आगरा में है उसे वहां से मंगाकर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी|
बिना फिटनेस और अमानक बसों पर भी चलेगा विभाग का डंडा
उन्होंने बताया कि सरकार के सख्त निर्देश को ध्यान में रखते हुए बाहर से अफसर भेज कर अभियान चलेगा और अनफिट बसों पर केबल चालान नही बल्कि उन्हें खड़ा करा दिया जायेगा| बसों में आपात कालीन खिड़की और दरबाजा होना जरूरी है|
जनपद में 90 बसों का पंजीकरण
अपर आयुक्त नें बताया कि फर्रुखाबाद में कुल 90 बसों का पंजीकरण कर| उनको गंभीरता से चेक किया जायेगा| जो बस पंजीकृत नही होगी तो उस पर बड़ी कार्यवाही की जायेगी|
डीएनए टेस्ट के बाद तय होगा मृतकों का मुआवजा
उन्होंने बताया कि पुलिस नें मृतकों की संख्या 10 बतायी है| लेकिन अभी डीएनए होनें के बाद तय होगा कितने शव है और किसके शव है| उसके बाद विभाग और सरकार मुआवजा तय करेगी| अभी सरकार किसको मुआवजा दे|
अपर आयुक्त के पंहुचने से मचा हडकंप
अपर आयुक्त अचानक एआरटीओ कार्यालय बेबर रोड पर पंहुच गये और बाहर खड़े वाहनों का वीडियो बनाया और भीतर जाकर सभी पटल देखे और और विमल की बस की पत्रावली को तलब किया| इस दौरान एआरटीओ शशिभूषण पाण्डेय, पीटीओ वीके आनन्द आदि रहे|