फर्रुखाबाद: उचित रखरखाव और देखरेख के अभाव में सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं और जैसे ही बारिश होती है, ये गड्ढ़े में तब्दील ये सड़क हादसे का कारण बन जाते हैं। चूंकि बारिश होने के बाद सड़क पर पानी भर जाता है, जिससे सड़क पर बने गड्ढे नहीं दिखते हैं। रात के समय स्थिति और भी भयावह हो जाती है। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी वाहन चालकों को होती है। अंधेरे में कई बार हादसे का शिकार हो चुके हैं। ऐसी सड़क पर वाहन चलाते समय जान हमेशा सांसत में रहती है।
योगी सरकार के बनते ही प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान चला। सरकार ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का खूब ढिढोरा पीटा। कहीं यह दावे पूरे हुए ओर कहीं कागजों में सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया गया। शासन की मंशा भले ही सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने की हो लेकिन नगर के सातनपुर आलू मंडी मार्ग पर ये मंशा पूरी होती नहीं दिखाई दे रही है। लोगों को कहना है कि पूरी सड़क पर ये समझ ही नहीं आता कि सड़क पर गढ्डे हैं या गढ्डे पर सड़क बनी हुई है। सड़क पर बड़े वाहन चलना तो दूर छोटे वाहन भी सही से नहीं चल पा रहे है। जिससे वाहन चालकों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है| मार्ग पर गड्ढे बन गए हैं, जो बारिश में पानी भर जाने के कारण दिखाई ही नहीं देते हैं। ऐसे में वाहन चालक गड्ढे में गिरकर घायल हो जाते हैं| मार्ग टूट जाने के कारण उसमें से बडे़-बड़े पत्थर बाहर निकल आए हैं, जिसके कारण वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
गड्ढे जादा होनें पर उनमे ईटे भर दी गयी| जिससे और मुसीबत हो गयी है| लेकिन मंडी निर्माण समिति का इस तरफ ध्यान ही नही है| ना ही कोई जनप्रतिनिधि इस तरफ पहल कर रहा है|
मार्ग में पानी निकासी की व्यवस्था नही
नगर के भोपतपट्टी में टूटी सड़क का मुख्य कारण नालियों के पानी की निकासी ना होना| नाली टूटी तो उनसे निकले पानी नें सड़क में ही कैंसर पैदा कर दिया| जिससे सड़क पहले गड्ढे और फिर तालाब में तब्दील हो गयी|