श्रीनगर:जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में केपी रोड पर बुधवार को आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए। इस दौरान सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को भी मार गिराया है। अमरनाथ यात्रा से पहले यह बड़ा हमला है। सुरक्षा प्रबंध कड़े होने के बावजूद आतंकी हमला करने में सफल रहे। इसी मार्ग से ही अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं के जत्थे निकलते हैं।
जानकारी के मुताबिक, अनंतनाग में ऑक्सफोर्ड स्कूल के पास सीआरपीएफ पार्टी पर फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। सुरक्षाबलों ने इस दौरान एक आतंकी को भी मार गिराया। हमले में एसएचओ अनंतनाग भी जख्मी हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में दाखिल कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर है।
अल उमर मुजाहिदीन ने ली हमले की जिम्मेदारी
दक्षिण कश्मीर में केपी रोड अनंतनाग में पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम पर किए गए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी अल उमर मुजाहिदीन ने ली है। अल उमर मुजाहिदीन के प्रवक्ता ने कहा कि उसके कैडरों ने ही सुरक्षाबलों की पार्टी पर हमला किया, जिसमें पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। प्रवक्ता ने निकट भविष्य में और हमले करने की धमकी भी दी है।
गौरतलब है कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे। जैश के आतंकी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी थी। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के करीब 2500 जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे।
जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। मौके पर मौजूद अधिकारी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर उस वाहन को चला रहा था, जिसमें 100 किग्रा विस्फोटक रखा हुआ था। वह गलत दिशा में वाहन चला रहा था और उसने जिस बस पर सीधी टक्कर मारी, उसमें 39 से 44 सुरक्षाकर्मी यात्रा कर रहे थे।