नई दिल्ली:कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तीखा पलटवार किया है। अमित शाह ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या तो तब हुई थी, जब हार से हताश कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए जेडीएस को समर्थन देने का ‘अवसरवादी’ फैसला लिया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री येद्दयुरप्पा कर्नाटक की जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरेंगे।
कांग्रेस के हमलों का जवाब ट्वीट पर देते हुए अमित शाह ने पूछा कि आखिरकार कर्नाटक में जनता किसके साथ है? 104 सीटें जीतने वाली भाजपा के साथ या फिर 78 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस के साथ। हालत यह है कि कांग्रेसी मुख्यमंत्री और मंत्री खुद बड़े अंतर से हारे हैं। जेडीएस को 37 सीटें मिली हैं और कई सीटों पर उसकी जमानत भी जब्त हो गई है। शाह ने कहा कि कर्नाटक की जनता सब जानती है। उन्होंने कहा कि 2013 में 122 सीट जीतने वाली कांग्रेस घटकर 78 सीटों पर रह गई है, लेकिन सत्ता में बने के लिए सारे हथकंडे आजमाने से बाज नहीं आ रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर चुटकी लेते हुए अमित शाह ने ट्वीट किया कि जाहिर तौर पर उन्हें अपनी पार्टी का ‘गौरवशाली’ इतिहास याद नहीं होगा। आपातकाल, अनुच्छेद 356 का जबरदस्त तरीके से गलत इस्तेमाल, अदालत, मीडिया और नागरिक समाज को नीचा दिखाना उनकी पार्टी की विरासत है।