फर्रुखाबाद: कौशल विकास मिशन के तहत युवाओ को रोजगार देने की जो योजना सरकार की है उसको लेकर विभाग की उदासीनता का कोई पैमाना नही है| तभी वित्तीय वर्ष के 6 माह गुजर जाने के बाद भी अमृतपुर की जनता को एक भी कौशल विकास के केंद्र का लाभ नही मिल पाया है| विभाग अपनी सफाई करीने से पेश कर रहा है| जबकि यह नियम है की प्रत्येक तहसील में एक सेंटर होना अनिवार्य हो गया है|
जिले में पूर्व के वित्तीय दो वर्षो में कुल 62 केंद्र संचालित हुये| लेकिन इस बार जो हो रहा है उसका अंदाजा लगाना जरा मुश्किल है| चारो विधान सभा में सबसे पिछडा माना जाने वाला अमृतपुर तहसील क्षेत्र युवाओ की बेरोजगारी के लिये भी जाना जाता है| कृषि प्रधान होने के कारण जब कोई रोजगार के अवसर नजर नही आते तो युवा अपनी योग्यता का इस्तेमाल खेती किसानी में शुरू कर देते है| 1 अप्रैल 2017 से अभी तक 6 महीने का समय गुजर गया| इस वित्तीय वर्ष से पूर्व राजेपुर के जमापुर में कौशल विकास का केंद्र संचालित था| लेकिन वह भी इस वित्तीय वर्ष में दम तोड़ गया| जिले की कायमगंज तहसील क्षेत्र में तीन, फर्रुखाबाद नगर में दो व एक जीटीपी आईटीआई में संचालित है| यही हाल रहा तो जिले में योजना का संचालन कैसे होगा| जब लक्ष्य 1568 का है और अभी तक कुल 428 ही प्रशिक्षण ले रहे है| जबकि इसके लिये सरकार वजट भी ठीक-ठाक भेजती है|
कौशल विकास के एमआईएस मैनेजर ओमकार नाथ तिवारी ने जेएनआई को बताया कि अमृतपुर में जल्द केंद्र शुरू करने की योजना है| जिसके लिये प्रयास चल रहे है|