फर्रुखाबाद:(कमालगंज) राज्य मंत्री बेसिक शिक्षा, बाल विकास पुष्टाहार, राजस्व एवं वित्त अनुपमा जायसवाल ने कहा की पिछले 20 वर्षो से शिक्षा व्यवस्था खराब है| इसके लिये योगी सरकार लगी है| उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में जल्द सुधार के लिये कहा की वह सीएम योगी से बात करके यह व्यवस्था लागू करायेगी की अफसरों और शिक्षको के बच्चे भी परिषदीय विधालयों में ही शिक्षा ग्रहण करे| जिससे परिषदीय विधालयो की स्थित सुधरेगी|
व्लाक संसाधन केंद्र पंहुची अनुपमा जायसवाल पहले निरीक्षण किया उसके बाद पौधारोपण भी किया| इसके बाद उन्होंने जूनियर विधालय में केन्द्रीय प्रयोग शाला का शुभारम्भ कर प्राथमिक विधालय इंग्लिश माध्यम का भी निरीक्षण किया | यंहा बच्चे मंत्री को यूपी के सीएम का नाम तक नही बता सके| तत्पश्चात वह कस्बे के गेस्ट हॉउस में आयोजित शैक्षिक सृजन कार्यक्रम में पंहुची जंहा उन्होंने छात्र-छात्राओ को निशुल्क ड्रेस का वितरण किया| साथ ही साथ 13 शिक्षको को सम्मानित भी किया|
उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि यूपी में योगी सरकार बनने के बाद से शिक्षा को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है| शिक्षा की व्यवस्था बीते दो दशक से खराब थी| उन्होंने साफ शब्दों में कहा की सरकारी विधालयो के अध्यापको को 40 से 45 हजार रूपये वेतन मिलता है इसके बाद भी कोई अपने बच्चो सरकारी विधालयो में पढाने को तैयार नही| जबकि निजी विधालयो के अध्यापको को 2 हजार रूपये मिलता है इसके बाद भी लोग पैसे खर्च कर अपने बच्चो को शिक्षा देते है|
मंत्री ने साफ कहा कि वह सीएम योगी से बात करेगी की अफसरों और शिक्षको के बच्चे सरकारी विधालयो में पढ़े जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार सम्भव है| जनप्रतिनिधियो को चाहिए की वह अपने-अपने क्षेत्रो में जाकर विधालयो का समय-समय पर निरीक्षण करे| उन्होंने कहा की विधालय में एमडीएम की गुणबत्ता में सुधार लाने के लिये छात्र-छात्राओ की माँ विधालय जाकर एमडीएम चेक करे| सांसद मुकेश राजपूत, सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, भोजपुर विधायक नागेन्द्र राठौर, अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य, मिथिलेश अग्रवाल, बीएसए संदीप चौधरी, एबीएसए सुमित वर्मा आदि मौजूद रहे|