फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) पीएम मोदी ने जिस उम्मीद के साथ आम व गरीब जनता को बैको से जोड़ने के लिये जन धन योजना के जीरो बैलेंस के खाते खोलने की तैयार की| जिसके बाद जिले में भी लाखो की संख्या में जन धन के खाते खोले गये| लेकिन बीते डेढ़ महीने से बैंको ने जनधन के नये खातो को खोलना ही बंद कर दिया है| बैंको के ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से बैंको में पंहुचने वाले जन धन खातो के फार्मो को बैंके कूड़े के ढेर में डाल रही है| जिससे आम जनता सरकार की योजनाओ का लाभ नही ले पा रही है |
केंद्र की मोदी सरकार ने वर्तमान में यदि गैस का कनेक्शन लेना है तो, बच्चे का बजीफा लेना है तो, राशन कार्ड बनबाना है तो बैंक खाते को जरूरी कर दिया है| जिसके चलते ग्राहक सेवा केद्रो में जन-धन के खाते खुलाने वालो की भीड़ जमा हुई| जनपद में लगभग 55 ग्राहक सेवा केंद्र बैंको ने खोल रखे है| इन सेवा केन्द्रों के द्वारा लगभग दस हजार जन-धन के खाते खोलने के लिये फार्म बैंको में जमा किये जा चुके है| लेकिन बैंके उन्हें कूड़े में डाले है| जिससे आम जनता को काफी नुकसान है|
कुछ ग्राहक सेवा केंद्र के संचालको ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जन-धन योजना के खाते को नियमानुसार 24 घंटे में बैंक को जारी कर देना चाहिए| लेकिन बैके एक- एक हफ्ते तक चक्कर लगाने के बाद भी खातो की फाइल अपलोड नही कर रहे है| ग्राहक सेवा केंब्द्रो पर ग्राहक कई बार हंगामा व मारपीट भी कर चुके है| लेकिन पिछले एक महीने और 20 दिन से एक भी जन-धन के खातो की फाइल अपलोड नही हुई| रीजनल मैनेजर एसएस तढागी ने जेएनआई को बताया कि जन-धन के खाते पिछले डेढ़ महीने से जारी नही हो पा रहे है| हेडआफिस मुम्बई से तकनीकी समस्या है| वार्ता जारी है| जल्द खाते जारी होना शुरू हो जायेगे|