फर्रुखाबाद : शनिवार को जब नौनिहाल स्कूल गये तो उनके अभिभावकों में मन में था की अब प्रदेश में योगी सरकार है| जिससे उनके बच्चो को ज्ञान का नया दीप विधालयों में जलता मिलेगा | लेकिन हकीकत तब सामने आयी जब ग्रीष्मावकाश के बाद उन्हें कई स्कूलों में ताले दिखे| कुछ विधालय तो अनाज की गोदाम बने थे| जो विद्यालय खुले भी थे, वहां पढ़ाई नहीं हो रही थी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप चौधरी ने निर्देश दिये थे कि ग्रीष्मावकाश के बाद जब विधालय खुले तो शिक्षक नई सोंच के साथ विधालयो में उपस्थित होकर नौनिहालों का भविष्य गढ़ा जाये| लेकिन इसके बाद भी जिले भर के दर्जनों विधालयो ने ताले लटके मिले| विकासखंड कमालगंज के अदमापुर जहानगंज पूर्व माध्यमिक विधालय में तो विधालय के अंदर मक्का सूखती नजर आयी| हेड मास्टर मदनलाल इस पर कोई जबाब नही दे सके| बोले ग्रामीण से कहा है जल्द हटा ली जायेगी|
वही शमसाबाद के खंड शिक्षा अधिकारी बेगीश गोयल को सुबह कंपिल का प्राथमिक विद्यालय बिल्हा भी 8.40 बजे बंद मिला। वही 8.40 बजे प्राथमिक विद्यालय लोहापानी बंद मिला। चार बच्चे और रसोइया गेट पर विद्यालय खुलने के इंतजार में खड़े थे। तो कुछ बच्चे गेट के ऊपर चढ़कर परिसर के अंदर कूद गए। कुछ समय बाद प्रधानाध्यापक अपर्णा विद्यालय पहुंचीं, शिक्षिका डेजी गंगवार निरीक्षण समाप्त होने तक विद्यालय नहीं आईं। विद्यालय न खुलने से पढ़ने आए बच्चे वापस घर लौटते रहे।
विकास खंड राजेपुर के भी कई विधालय समय से खुले नही| कमालगंज में भी लगभग यही हालत रहे |