दिल्ली में मां की डांट से परेशान होकर आठ साल के एक बच्चे ने आत्महत्या कर ली.
बच्चे के इस कदम ने न सिर्फ पुलिस व इलाके के लोगों को झकझोर दिया है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि आखिर इतनी कम उम्र में उसके दिमाग में यह बात कहां से आई.
पुलिस ने बताया कि बच्चे का नाम शुभम था, जो दूसरी कक्षा का छात्र था. शुभम अपने माता-पिता व बड़ी बहन के साथ ई ब्लॉक, छतरपुर में रहता था. जिस बिल्डिंग में वे रहते हैं, उसी में शुभम के पिता रामेश्वर केयर टेकर के तौर पर कार्यरत हैं. इनका पूरा परिवार प्रथम मंजिल पर रहता है.
शुभम सुबह खेलने के लिए नीचे जाने लगा, तो उसकी मां ने उसे रोका. लेकिन, इस पर भी जब शुभम नहीं माना तो मां ने उसे डांट दिया और कहा कि वह नहाने व नाश्ता करने के बाद ही खेलने जाए. मां की डांट से शुभम काफी गुस्सा हो गया और नाराज होकर दूसरे कमरे में चला गया.
बच्चे की नाराजगी को भांपते हुए उसकी मां ने उसे खुश करने के लिए उसकी पसंद की मिठाई बनाई. सुबह लगभग 11.30 बजे वह शुभम के लिए मिठाई लेकर दूसरे कमरे में गई तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है. इसके बाद उसने कई बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया.
खिड़की से झांकने पर देखा तो पाया कि शुभम पंखे से चुन्नी के सहारे फांसी पर लटका है. यह देखकर उसकी चीख निकल गई, जिसे सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए तथा बच्चे के पिता रामेश्वर भी आ गए.
तुरंत ही दरवाजा तोड़ कर शुभम को नीचे उतारा गया और नजदीक ही स्थित मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. रामेश्वर ने पुलिस को बताया कि शुभम उनका इकलौता बेटा था, जो बड़ी मन्नतों के बाद पैदा हुआ था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया है.