फर्रुखाबाद: जिले में भारत बंदी का असर फीका नजर आया। शहर के कई मुख्य बाजार को कारोबारियों ने खोला। हालांकि कुछ जगहों पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नोटबैन का विरोध करते हुए सड़कों पर प्रदर्शन किया। नोटबंदी के विरोध में विपक्षी दलों के भारत बंद के साथ शहर के व्यापारी नहीं हैं। सोमवार को सभी बाजार खुले रहेंगे। व्यापारी नेताओं का कहना है कि उन्होंने बंद का आह्वान नहीं किया है। वह किसी पार्टी के समर्थन या विरोध में नहीं हैं।
शहर के व्यापारियों का मानना है कि नोटबंदी की वजह से पहले ही व्यापार प्रभावित है। ऐसे में बाजार बंदी से अपना ही नुकसान होगा। बाजार बंद होने से आम आदमी भी प्रभावित होता है। इस कारण व्यापारियों ने बाजार बंद नहीं करने का फैसला लिया है। व्यापारी नेताओं ने यह भी साफ कर दिया है कि उनकी ओर से बाजार बंद की कोई कॉल नहीं की गई है। वह किसी भी राजनीतिक पार्टी के न साथ हैं और न विरोध में हैं।
फतेहगढ़ के कोतवाली रोड,भोलेपुर, शहर के आवास विकास, घुमना, चौक, नेहरू रोड, लोहाई रोड, रेलवे रोड, लाल दरवाजा, ठंडी सड़क सहित सभी जगहों पर दुकाने सुबह से ही खुली रही| विपक्ष के लाख प्रयास के बाद भी व्यापारी अपना धंधा बंद करने को तैयार नही दिखे| उनका साफ़ कहना है क पहले सेही धंधा मंदा है और बंद करने से और भी संकट व्यापार पर पड़ेगा|
व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ ने कहा कि व्यापार मंडल भारत बंद में साथ नही है| व्यापार मंडल नोट बंदी का भी समर्थन करता है| कुछ राजनैतिक पार्टीयों ने उनसे बाजार बंद करने का आवाहन किया था लेकिन उसे नही माना गया|