फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा कार्यालय में पंहुचे सर्वोदय मंडल के नेता लक्ष्मण सिंह व शिक्षक नेता विजय बहादुर यादव के बीच भिडंत हो गयी| दोनों एक दूसरे के ऊपर दलाली करने का आरोप जड़ा| जिससे बीएसए के सामने ही दोनों नेताओ में जबर्दस्त भिंडत हो गयी| बाद में बीएसए के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत किया गया| मौके पर भीड़ लग गयी|
एडवोकेट व सर्वोदय मंडल के नेता लक्षमण सिंह नबावगंज, राजेपुर, मोहम्मदाबाद, कमालगंज आदि व्लाको में तैनात सेवानिवृत शिक्षको को बीते 15 महीने से पेंशन , फंड व अन्य देयको का भुगतान ना होने की शिकायत लेकर पंहुचे| उन्होंने बीएसए के सामने समस्या रखी| इसी बीच शिक्षक नेता विजय बहादुर यादव भी बीएसए कार्यालय आ गये| उन्होंने विभाग की तरफ से लक्ष्मण सिंह से कहा कि जब बीएसए की तरफ से सेवानिवृत शिक्षको को पुन: से सेवा देने का कोई आदेश नही मिला तो फिर वह सेवा क्यों दे रहे है| इस पर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि जब सचिव ने आदेश कर दिया तो फिर बीएसए को भी आदेश करना चाहिए था| आस पास के कई जिलो में बीएसए ने आदेश कर दिये है| और भुगतान भी हो गया है|
इसी विरोधाभास में दोनों में तू-तू में-में शुरू हो गयी| लक्ष्मण सिंह ने विजय बहादुर यादव पर दलाली करने का आरोप लगा दिया और कहा कि वह बीच में ना बोले वह आज तब तक नही जायेगे जब तक शिक्षको का कार्य नही हो जायेगा| उन्होंने यह भी आरोप बीएसए के सामने लगाये की उन्हें पता है कि कई फर्जी कागजातों पर विभाग में नौकरी कर रहे है| जल्द ही वह उनके नाम सार्वजनिक करेंगे| देखते ही देखते दोनों आपस में भिड गये| विजय बहादुर ने लक्ष्मण सिंह पर भी दलाली करने के आरोप लगाया| इसके बाद बीएसए संदीप चौधरी ने दोनों को समझा कर शांत किया| सर्वोदय नेता लक्ष्मण सिंह ने बताया कि बीएसए ने दीपावली तक मांग पूरी करने का भरोसा लिखित रूप से दिया है|
बीएसए की सह पर विधालय समय में शिक्षक नेता उनके कमरे में मिले
जो नजारा आज बीएसए कार्यालय में देखने को मिला उससे यह साफ़ नजर आया कि आखिर विभागीय नियम केबल चंद लोगो के लिये बने है| इससे पूर्व भी कई बार इस तरह का विवाद बीएसए कार्यालय में बिभिन्य शिक्षक नेता कर चुके है| लेकिन बीएसए ने कभी उन पर उंगली नही उठाई| पूर्व बीएसए द्वारा कई शिक्षक नेताओ को विधालय में अनुपस्थित पाये जाने पर निलंबित किया गया था| लेकिन आज फिर वही हालत है| सर्वोदय नेता से जिस समय विवाद हुआ उस समय कई शिक्षक नेता और व्यायाम शिक्षक मौजूद थे|बीएसए ने आदेश जारी कर कहा था की समस्त व्यायाम शिक्षक विधालय समय में अपने मूल विधालय में उपस्थित रहे या विधालयों में व्यायाम कराये| जब विभाग द्वारा बीएसए से मिलने के लिये पूर्व में ही बुधवार का दिन निर्धारित है|