फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला श्यामनगर निवासी 22 वर्षीय रमाकांती पत्नी बाबू राम राजपूत का शव मोहल्ले के ही निकट रेलवे ट्रेक के पास पड़ा मिला| मायके वालो में ससुर,जेठ वदेवर पर हत्या कर शव रेलवे ट्रेक पर फेंक देने का आरोप लगया| पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया| पुलिस ने ससुर रामगोपाल व देवर कन्हैया लाल को हिरासत में ले लिया है|
मृतक रमाकांती के भाई भानू निवासी कन्नौज ने बताया कि बहन का विवाह बीते 10 दिसम्बर 2013 में बाबू लाल राजपूत के साथ हुई थी| बीती मंगलवार की रात उसके विवाह कराने वाले मझिया बालकराम ने उसके परिवारी अमरसिंह को फोन कर बताया कि रमाकांती की हत्या कर शव रेलवे ट्रेक के किनारे फेंक दिया गया है| रमाकांती की 1 वर्षीय पुत्री राखी को बालक राम के मकान के पास छोड़ दिया गया है| सूचना मिलने पर रमाकांती के पिता गौरीशंकर, माँ मूर्ति देवी, भाई भानू व अन्य परिजन पंहुचे| उससे पहले कुछ लोगो ने पुलिस को सूचना दे दी| सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर आ गयी| पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया| रमाकांती के भाई भानू ने आरोप लगाया कि रमाकांती के जेठ वीरेसिंह राजपूत उसके हिस्से की भूमि व मकान हड़प लेना चाहते है| जिसका उनसे मुकदमा भी चल रहा है| रमाकांती मकान का मुकदमा जीत गयी थी| और भूमि का फैसला जल्द उसके हक में होने जा रहा था| जिसके चलते आरोपियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया|रमाकांती के पिता गौरीशंकर को पुत्री की हत्या किये जाने की तहरीर दी| जिस पर पुलिस ने ससुर रामगोपाल व देवर कन्हैया को हिरासत में ले लिया|
नौ महीने पहले रमकांती के पति की मौत पर भी लगा था हत्या का आरोप
भानू के बताया कि उसके जीजा बाबूराम पांच भाई है| जिसमे सुरेन्द्र, भानू, वीरे सिंह, बाबूराम और कन्हैया लाल है| सुरेन्द्र दिल्ली में नौकरी करते है| जबकि भानू विकलांग है| सबसे छोटा कन्हैया लाल भी विकलांग है| वीरे सिंह सभी के हिस्से की जमीन हड़प लेना चाहता है| जिसके चलते उसके जीजा बाबू लाल को भी लगभग एक वर्ष पुत्र मौत के घाट उतार फांसी पर लटका दिया गया था|
एसएसआई मिर्जा सदरे आलम वेग ने बताया जाँच की जा रही है| पोस्टमार्टम के बाद हत्या का स्पष्ट कारण पता चलेगा| तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जायेगा|
रमाकांती के ससुर के पास 24 बीघा जमीन है| जिसको लेकर