नई दिल्ली: खून की दलाली वाले बयान पर चौतरफा घिरे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को एक बड़ा समर्थन मिला है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के बयान पर कहा है कि अगर उन्होंने कुछ कहा है तो सोच-समझकर कर ही कहा होगा।
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम से इतर राहुल के ‘दलाली’ संबंधी बयान को लेकर उठे विवाद के बारे में कहा ‘कांग्रेस का सवाल नहीं है, पर राहुल गांधी से हमारे अच्छे संबंध हैं। अगर उन्होंने बयान दिया है तो जरूर कुछ सोच-समझकर दिया होगा। उसके पीछे उन्हें कुछ जानकारी होगी। खून की दलाली वाले बयान पर चौतरफा घिरे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को एक बड़ा समर्थन मिला है।
अखिलेश के समर्थन पर कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस उस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं कर रही है। राहुल गांधी ने जो कहा है, वो सच है। उनके साथ पूरा राष्ट्र है। सपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस मुद्दे को उठाया है, अखिलेश यादव ने उसका समर्थन किया है। सर्जिकल स्ट्राइक का तो सभी पार्टियों ने समर्थन किया है, लेकिन भाजपा ने इस मुद्दे पर राजनीति शुरू कर दी। राहुल ने अपनी किसान यात्रा के समापन अवसर पर हाल में आयोजित एक सभा में कहा था कि मोदी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक फायदा ले रहे हैं। वह जवानों के खून की दलाली कर रहे हैं। राहुल की इस टिप्पणी को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया था।
दशहरे के मौके पर कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लखनऊ दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि अगर बिहार में चुनाव होता तो मोदी वहां रावण वध करने जाते। अखिलेश ने कहा कि त्योहार को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिये। मोदी लखनऊ आ रहे हैं, वह हमें कोई बड़ी चीज देंगे। हमें प्रदेश की तरक्की के लिये उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। कौमी एकता दल के सपा में विलय के सवाल पर मुख्यमंत्री ने खुलकर कुछ कहे बगैर प्रतिक्रिया दी ‘इस पर मेरी राय और विचार क्या हैं, ये आप जानते हैं।’ मुख्यमंत्री ने इस मौके पर वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान लापता हुए 18 लोगों के परिजन को 15-15 लाख रुपये के चेक वितरित किए।