नई दिल्ली:आपने एलपीजी सब्सिडी छोड़ने वाला भावुक विज्ञापन जरूर देखा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें लोगों को सब्सिडी छोड़ने को कहते हैं। उनके मुताबिक अब तक करीब एक करोड़ लोगों ने एलपीजी गैस सब्सिडी छोड़ दी है। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मिनिस्ट्री को यह पता ही नहीं है कि कितने मंत्रियों और सांसदों ने इसका त्याग किया है।
इतने बड़े मंत्रालय के पास सब्सिडी छोड़ने वालों की डिटेल तक नहीं है। जबकि देश के लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर त्याग करने के मामले में कौन-कौन से मंत्री और सांसद आगे हैं। क्या सभी ने इसे छोड़ा भी है या फिर वह फायदा लेने में ही आगे हैं। आरटीआई डालने वाले फरीदाबाद निवासी रविंद्र चावला का कहना है कि सूची नहीं दी जा रही है, इसके कई मायने निकाले जा सकते हैं। यह भी हो सकता है कि कुछ सांसदों और मंत्रियों ने सब्सिडी जारी रखी हो, इसलिए इसकी जानकारी नहीं दी गई।
अधिकारियों ने कहा है कि मंत्रालय ऐसी कोई सूची नहीं रखता। ग्राहकों का ब्योरा उनके पद के हिसाब से नहीं रखा जाता है। यह भी नहीं पता कि सब्सिडी छोड़ने के बाद किन-किन लोगों को कनेक्शन दिए गए। चावला का कहना है कि मुझे यह आशंका है कुछ बड़े लोगों ने सब्सिडी नहीं छोड़ी है और जिन बीपीएल परिवारों को इसका हक मिलना चाहिए था उन्हें नहीं मिला है।